ALLAHABAD: सूबे के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक भर्ती के लिए पहली
बार आयोजित लिखित परीक्षा में गड़बडि़यों को लेकर अभी कई अधिकारियों व
कर्मचारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है.
प्रकरण में परीक्षा नियामक
प्राधिकारी कार्यालय के करीब छह कर्मचारियों व अधिकारियों की कार्यशैली को
जांच के लिए बनी उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा चिन्हित किए जाने की बात हो रही
है. इन्हीं कि लापरवाही से अभ्यर्थियों के अंकों में हेराफेरी हुई है. ऐसे
कर्मचारियों व अधिकारियों के नामों का खुलासा उच्च स्तरीय जांच कमेटी की
रिपोर्ट में होने की संभावना जताई जा रही है.
दोषियों की तैयार हुई है सूची
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों की 68500 सहायक अध्यापक भर्ती
की लिखित परीक्षा के परिणाम में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद शासन की
ओर से तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया. समिति के दो
सदस्य सर्वशिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक वेदपति मिश्रा व निदेशक
बेसिक शिक्षा डॉ. सर्वेद्र विक्रम बहादुर सिंह ने कई बार परीक्षा नियामक
प्राधिकारी कार्यालय पहुंचकर जांच की और गड़बडि़यों को लेकर दस्तावेज
खंगाले. इसके साथ कमेटी ने गड़बड़ी के लिए उत्तरदायी कर्मचारियों और
अधिकारियों की सूची भी तैयार की है. इसके साथ ही परीक्षा परिणाम तैयार करने
वाली एजेंसी की कार्यशैली पर उठे सवालों को भी जांच के दायरे में रखा गया
था. अब जांच कमेटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद परीक्षा परिणाम जारी करने
वाली एजेंसी के साथ ही दोषी कर्मचारियों व अधिकारियों पर भी कठोर कार्रवाई
की तैयारी है.
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