यूपी के परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69,000 सहायक अध्यापकों की भर्ती
से बीटीसी 2015 बैच के 70 हजार से अधिक प्रशिक्षु बाहर हो गए हैं। इन
प्रशिक्षुओं के चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा हो चुकी है लेकिन परिणाम नहीं
घोषित होने के कारण भर्ती में सम्मिलित नहीं हो सकेंगे।
बीटीसी-15 तृतीय सेमेस्टर का परिणाम 15 सितंबर को घोषित हुआ था जिसमें सम्मिलित 76,607 अभ्यर्थियों में से 63,574 (82.98 प्रतिशत) पास थे। सफल प्रशिक्षुओं के चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा 8 से 10 अक्तूबर तक प्रस्तावित थीं लेकिन पहले ही दिन पेपर लीक होने के कारण परीक्षाएं निरस्त कर दी गईं।
इसके बाद प्रशिक्षुओं के दबाव में चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं 01 से 03 नवंबर तक कराई गई। वहीं दूसरे और तीसरे सेमेस्टर के बैक पेपर की परीक्षा 01 से 03 दिसंबर तक कराई गई, जिसमें तकरीबन 8000 प्रशिक्षु शामिल हुए। लेकिन इन 70,000 से अधिक प्रशिक्षुओं का अंतिम परिणाम घोषित होने से पहले सरकार ने 69,000 सहायक अध्यापकों की भर्ती का शासनादेश जारी कर दिया।
शासनादेश जारी होने के कारण अब ये प्रशिक्षु भर्ती में शामिल नहीं हो सकते, क्योंकि यह नियम है कि भर्ती में वहीं लोग शामिल हो सकते हैं, जिनका परिणाम भर्ती शुरू होने से पहले घोषित हो चुका हो।
बीटीसी-15 तृतीय सेमेस्टर का परिणाम 15 सितंबर को घोषित हुआ था जिसमें सम्मिलित 76,607 अभ्यर्थियों में से 63,574 (82.98 प्रतिशत) पास थे। सफल प्रशिक्षुओं के चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा 8 से 10 अक्तूबर तक प्रस्तावित थीं लेकिन पहले ही दिन पेपर लीक होने के कारण परीक्षाएं निरस्त कर दी गईं।
इसके बाद प्रशिक्षुओं के दबाव में चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं 01 से 03 नवंबर तक कराई गई। वहीं दूसरे और तीसरे सेमेस्टर के बैक पेपर की परीक्षा 01 से 03 दिसंबर तक कराई गई, जिसमें तकरीबन 8000 प्रशिक्षु शामिल हुए। लेकिन इन 70,000 से अधिक प्रशिक्षुओं का अंतिम परिणाम घोषित होने से पहले सरकार ने 69,000 सहायक अध्यापकों की भर्ती का शासनादेश जारी कर दिया।
शासनादेश जारी होने के कारण अब ये प्रशिक्षु भर्ती में शामिल नहीं हो सकते, क्योंकि यह नियम है कि भर्ती में वहीं लोग शामिल हो सकते हैं, जिनका परिणाम भर्ती शुरू होने से पहले घोषित हो चुका हो।