लखीमपुर खीरी। जिले में साढ़े तीन हजार प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के
बावजूद शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है। निरीक्षण में अभी भी
तमाम स्कूलों में अध्यापक अनुपस्थित मिलते हैं। मध्याह्न भोजन में कमियां
मिलती हैं और बच्चों की उपस्थिति कम रहती है।
सरकारी नौकरी - Government of India Jobs Originally published for http://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/ Submit & verify Email for Latest Free Jobs Alerts Subscribe
बेसिक शिक्षा विभाग में तमाम प्रयासों के बावजूद शिक्षण व्यवस्था में
सुधार नहीं हो रहा है। बताते चलें कि जिले में लगभग 2723 प्राइमरी और 1140
उच्च प्राथमिक स्कूल हैं। प्राइमरी में लगभग 3,60,000 और उच्च प्राथमिक
विद्यालयों में लगभग 1,40,000 बच्चे पंजीकृत हैं। इस वर्ष कई महीनों तक
शिक्षकों की कमी से लगभग 350 विद्यालयों में ताला बंद रहा। शिक्षामित्रों
के समायोजन के बाद बंद विद्यालयों के ताले खोले गए लेकिन इसके बावजूद तमाम
विद्यालय एकल शिक्षक वाले रहे। इधर शासन स्तर से प्रशिक्षु शिक्षकों की
भर्ती हुई तो 6,000 शिक्षकों के सापेक्ष पहले चरण में 2142 तथा दूसरे चरण
में 1402 शिक्षकों की नियुक्ति हुई। इस तरह जिले को लगभग 3544 नए शिक्षक
मिल गए। अभी लगभग 2500 प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति होनी है। इन
शिक्षकों की तैनाती से एकल शिक्षक की समस्या भी बहुत हद तक दूर हो गई। कई
जगह मध्याह्न भोजन में गुणवत्ता का अभाव मिला और बच्चों की संख्या बढ़ा कर
दर्शाई गई मिली। बीते दिवस डीएम किंजल सिंह ने कई स्कूलों का निरीक्षण किया
डीएम के निरीक्षण में भी शैक्षिण गुणवत्ता की स्थिति अत्यंत दयनीय मिली।
मध्याह्न भोजन में गुणवत्ता का अभाव मिला। प्राथमिक विद्यालय फूलबेंहड़ में
बच्चों को दिया जाने वाला भोजन भी अल्प मात्रा में मिला। यहां बच्चों को
भोजन की प्लेटें भी गंदी मिली। डीएम ने इस व्यवस्था पर रोष व्यक्त किया।
बीएसए डा.ओपी राय ने बताया कि नए शिक्षकों की नियुक्ति अभी हुई है।
सरकारी नौकरी - Government of India Jobs Originally published for http://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/ Submit & verify Email for Latest Free Jobs Alerts Subscribe