आरक्षण वाले 90 अंक पर बनेंगे शिक्षक
अमर उजाला ब्यूरो लखनऊ। प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में पांचवें चरण की काउंसलिंग 9 से 14 मार्च तक होगी। इसमें आरक्षित वर्ग को टीईटी में 60 फीसदी यानी 90 अंक पर पात्र मानते हुए काउंसलिंग की जाएगी।
अभी तक आरक्षित वर्ग को 65 फीसदी यानी 97 अंक पर पात्र माना जा रहा था। पांचवीं काउंसलिंग में अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थी भी शामिल हो सकेंगे, लेकिन उन्हें टीईटी में 70 फीसदी यानी 105 अंक पर ही पात्र माना जाएगा।
सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई बैठक में यह सहमति बनी है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक को इसके आधार पर तैयारियां करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्राइमरी स्कूलों में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में अब तक चार चरणों की काउंसलिंग हो चुकी है। इसके आधार पर पात्रों को नियुक्ति पत्र देने की प्रक्रिया चल रही है।
अब तक करीब 44,024 अभ्यर्थी प्रशिक्षु शिक्षक के पद पर जॉइन कर चुके हैं। प्रशिक्षु शिक्षक में आरक्षित वर्ग के अभी भी अधिक पद खाली हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान राज्य सरकार को आरक्षित वर्ग को 60 फीसदी यानी 90 अंक पर पात्र मानते हुए मौका देने के लिए विचार करने का निर्देश दिया था।
इसके आधार पर सचिव बेसिक शिक्षा ने शुक्रवार को एससीईआरटी निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह, बेसिक शिक्षा निदेशक डीबी शर्मा व परिषद के सचिव संजय सिन्हा को बैठक के लिए बुलाया था।
सचिव बेसिक शिक्षा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि रिक्त पदों को भरने के लिए एक और काउंसलिंग करा ली जाए। इसके पहले तीसरे चरण की नियुक्ति पत्र बांटने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। इसके बाद रिक्त पदों के आधार पर काउंसलिंग कार्यक्रम जिलेवार जारी किए जाएं।
आरक्षित वर्ग को 90 अंक व अनारक्षित वर्ग को 105 अंक पर पात्र मानते हुए काउंसलिंग की जाएगी। सचिव बेसिक शिक्षा कहते हैं कि सामान्य वर्ग को काउंसलिंग के लिए एक मौका देने का मकसद यह है कि यदि चार चरणों की काउंसलिंग में कोई अभ्यर्थी छूट गया होगा तो वह इस चरण में करा लेगा।
अमर उजाला ब्यूरो लखनऊ। प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में पांचवें चरण की काउंसलिंग 9 से 14 मार्च तक होगी। इसमें आरक्षित वर्ग को टीईटी में 60 फीसदी यानी 90 अंक पर पात्र मानते हुए काउंसलिंग की जाएगी।
अभी तक आरक्षित वर्ग को 65 फीसदी यानी 97 अंक पर पात्र माना जा रहा था। पांचवीं काउंसलिंग में अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थी भी शामिल हो सकेंगे, लेकिन उन्हें टीईटी में 70 फीसदी यानी 105 अंक पर ही पात्र माना जाएगा।
सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई बैठक में यह सहमति बनी है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक को इसके आधार पर तैयारियां करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्राइमरी स्कूलों में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में अब तक चार चरणों की काउंसलिंग हो चुकी है। इसके आधार पर पात्रों को नियुक्ति पत्र देने की प्रक्रिया चल रही है।
अब तक करीब 44,024 अभ्यर्थी प्रशिक्षु शिक्षक के पद पर जॉइन कर चुके हैं। प्रशिक्षु शिक्षक में आरक्षित वर्ग के अभी भी अधिक पद खाली हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान राज्य सरकार को आरक्षित वर्ग को 60 फीसदी यानी 90 अंक पर पात्र मानते हुए मौका देने के लिए विचार करने का निर्देश दिया था।
इसके आधार पर सचिव बेसिक शिक्षा ने शुक्रवार को एससीईआरटी निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह, बेसिक शिक्षा निदेशक डीबी शर्मा व परिषद के सचिव संजय सिन्हा को बैठक के लिए बुलाया था।
सचिव बेसिक शिक्षा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि रिक्त पदों को भरने के लिए एक और काउंसलिंग करा ली जाए। इसके पहले तीसरे चरण की नियुक्ति पत्र बांटने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। इसके बाद रिक्त पदों के आधार पर काउंसलिंग कार्यक्रम जिलेवार जारी किए जाएं।
आरक्षित वर्ग को 90 अंक व अनारक्षित वर्ग को 105 अंक पर पात्र मानते हुए काउंसलिंग की जाएगी। सचिव बेसिक शिक्षा कहते हैं कि सामान्य वर्ग को काउंसलिंग के लिए एक मौका देने का मकसद यह है कि यदि चार चरणों की काउंसलिंग में कोई अभ्यर्थी छूट गया होगा तो वह इस चरण में करा लेगा।
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