बिना कॉपी जांचे नंबर देने वाले 19 शिक्षकों पर प्रतिबंध
लखनऊ। यूपीटीयू ने बीबीडी एनआईआईटी में प्रैक्टिकल लेने वाले 19 शिक्षकों के परीक्षा कार्य में शामिल होने पर रोक लगा दी है। इन टीचर्स ने बगैर कॉपियां जांचें ही स्टूडेंट्स को नंबर दे दिए थे। मामले का खुलासा कबाड़ी की दुकान में प्रैक्टिकल की कॉपियां मिलने के बाद हुआ।
मामला तूल पकड़ने पर यूपीटीयू ने प्रैक्टिकल लेने वाले परीक्षकों को अयोग्य घोषित करने की बात कही थी लेकिन अभी तक परीक्षकों के नाम सार्वजनिक नहीं किए जा रहे थे। गुरुवार को आखिरकार यूपीटीयू ने इन शिक्षकों की सूची निकालकर इन्हें परीक्षा लेने से प्रतिबंधित कर दिया। इन 19 शिक्षकों में से 14 बीबीडी के हैं।
यूपीटीयू के प्रैक्टिकल एग्जाम लेने के लिए विवि स्तर से ही परीक्षकों की तैनाती होती है। ये परीक्षक कॉलेजों में जाकर स्टूडेंट्स का प्रैक्टिकल लेते हैं। 22 फरवरी को चिनहट में कबाड़ी की दुकान पर बीबीडी एनआईआईटी की प्रैक्टिकल की कॉपियां मिली थीं। जांच के बाद मामले का खुलासा हुआ कि ये कॉपियां जांची ही नहीं गईं। इसके बावजूद परीक्षकों ने ऑनलाइन प्रैक्टिकल के नंबर चढ़ा दिए थे। गड़बड़ी मिलने के बाद यूपीटीयू ने विवि की सभी परीक्षाएं रद्द कर दी थीं।
बीबीडी एनआईआईटी में प्रैक्टिकल लेने को परीक्षक बनाए गए थे ये शिक्षक
कबाड़ी की दुकान में मिली थीं प्रैक्टिकल की कॉपियां
इन शिक्षकों पर लगा प्रतिबंध
एसआर इंस्टीट्यूट के मणि जायसवाल, बीबीडी एजूकेशनल सोसायटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के शैलेंद्र कुमार मौर्य, नितिन जैन और डाली शर्मा, आरआर इंस्टीट्यूट के पंकज कुमार सिंह, एसआर मेमोरियल कॉलेज के राज गौरांग तिवारी, डॉ. एमसी सक्सेना कॉलेज के संजय सिंह, तथा आर्यावर्त इंस्टीट्यूट के हरिओम शुक्ला और बीबीडी आईआईटी के अजय कुमार बाजपेयी, आरती मिश्रा, एकता साहनी, वर्णिका वर्मा, अमिता सिंह भाल, अनुपम कुमार त्रिपाठी, प्रमोद गुप्ता, शिरीष पांडेय, मो. वसीम, प्रमोद गुप्ता व जयंत कुमार।
एक ही ग्रुप के शिक्षकों को बनाया परीक्षक
परीक्षा की शुचिता बनाने के लिए जरूरी है कि संस्थान से संबंधित शिक्षकों को उसी ग्रुप में परीक्षक न बनाया जाए। इसके बावजूद बीबीबी एनआईआईटी में प्रैक्टिकल लेने के लिए बीबीडी ग्रुप के शिक्षकों को ही परीक्षक बना दिया गया। आलम यह था कि बीबीडी एनआईआईटी में प्रैक्टिकल लेने के लिए तैनात 19 परीक्षकों में से 14 बीबीडी के ही थे। इन परीक्षकों ने मनमानी की और बिना कॉपी जांचे ही स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल के नंबर दे दिए।
सरकारी नौकरी - Government of India Jobs Originally published for http://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/ Submit & verify Email for Latest Free Jobs Alerts Subscribe
लखनऊ। यूपीटीयू ने बीबीडी एनआईआईटी में प्रैक्टिकल लेने वाले 19 शिक्षकों के परीक्षा कार्य में शामिल होने पर रोक लगा दी है। इन टीचर्स ने बगैर कॉपियां जांचें ही स्टूडेंट्स को नंबर दे दिए थे। मामले का खुलासा कबाड़ी की दुकान में प्रैक्टिकल की कॉपियां मिलने के बाद हुआ।
मामला तूल पकड़ने पर यूपीटीयू ने प्रैक्टिकल लेने वाले परीक्षकों को अयोग्य घोषित करने की बात कही थी लेकिन अभी तक परीक्षकों के नाम सार्वजनिक नहीं किए जा रहे थे। गुरुवार को आखिरकार यूपीटीयू ने इन शिक्षकों की सूची निकालकर इन्हें परीक्षा लेने से प्रतिबंधित कर दिया। इन 19 शिक्षकों में से 14 बीबीडी के हैं।
यूपीटीयू के प्रैक्टिकल एग्जाम लेने के लिए विवि स्तर से ही परीक्षकों की तैनाती होती है। ये परीक्षक कॉलेजों में जाकर स्टूडेंट्स का प्रैक्टिकल लेते हैं। 22 फरवरी को चिनहट में कबाड़ी की दुकान पर बीबीडी एनआईआईटी की प्रैक्टिकल की कॉपियां मिली थीं। जांच के बाद मामले का खुलासा हुआ कि ये कॉपियां जांची ही नहीं गईं। इसके बावजूद परीक्षकों ने ऑनलाइन प्रैक्टिकल के नंबर चढ़ा दिए थे। गड़बड़ी मिलने के बाद यूपीटीयू ने विवि की सभी परीक्षाएं रद्द कर दी थीं।
बीबीडी एनआईआईटी में प्रैक्टिकल लेने को परीक्षक बनाए गए थे ये शिक्षक
कबाड़ी की दुकान में मिली थीं प्रैक्टिकल की कॉपियां
इन शिक्षकों पर लगा प्रतिबंध
एसआर इंस्टीट्यूट के मणि जायसवाल, बीबीडी एजूकेशनल सोसायटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के शैलेंद्र कुमार मौर्य, नितिन जैन और डाली शर्मा, आरआर इंस्टीट्यूट के पंकज कुमार सिंह, एसआर मेमोरियल कॉलेज के राज गौरांग तिवारी, डॉ. एमसी सक्सेना कॉलेज के संजय सिंह, तथा आर्यावर्त इंस्टीट्यूट के हरिओम शुक्ला और बीबीडी आईआईटी के अजय कुमार बाजपेयी, आरती मिश्रा, एकता साहनी, वर्णिका वर्मा, अमिता सिंह भाल, अनुपम कुमार त्रिपाठी, प्रमोद गुप्ता, शिरीष पांडेय, मो. वसीम, प्रमोद गुप्ता व जयंत कुमार।
एक ही ग्रुप के शिक्षकों को बनाया परीक्षक
परीक्षा की शुचिता बनाने के लिए जरूरी है कि संस्थान से संबंधित शिक्षकों को उसी ग्रुप में परीक्षक न बनाया जाए। इसके बावजूद बीबीबी एनआईआईटी में प्रैक्टिकल लेने के लिए बीबीडी ग्रुप के शिक्षकों को ही परीक्षक बना दिया गया। आलम यह था कि बीबीडी एनआईआईटी में प्रैक्टिकल लेने के लिए तैनात 19 परीक्षकों में से 14 बीबीडी के ही थे। इन परीक्षकों ने मनमानी की और बिना कॉपी जांचे ही स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल के नंबर दे दिए।
सरकारी नौकरी - Government of India Jobs Originally published for http://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/ Submit & verify Email for Latest Free Jobs Alerts Subscribe