वित्तविहीन विद्यालयों ने खोला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा
बस्ती: एक तरफ जहां बेसिक शिक्षा विभाग मान्यता और मानक के अनुरूप व्यवस्था न होने पर विद्यालयों को बंद कराने के लिए पूरी ताकत से लगा हुआ है वहीं मान्यता के नाम पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए वित्तविहीन विद्यालयों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलने की चेतावनी दी है।
शुक्रवार को हर्रैया व विक्रमजोत विकास खंड के दौरे पर आए उत्तर प्रदेश वित्तविहीन विद्यालय प्रबंधक संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जयप्रकाश मिश्र ने विद्यालय प्रबंधकों से उनकी समस्याएं जानने के बाद प्रशासन के इस तुगलकी नीति पर जमकर अपनी भड़ास निकाली। कहा कि जिस तरह से शासन द्वारा इंटरमीडिएट के मान्यता प्राप्त शिक्षकों को मानदेय दिया जा रहा उसी प्रकार जूनियर तक के मान्यता प्राप्त संस्थानों के शिक्षकों को भी मानदेय दिया जाय। उन्होंने मान्यता लेने के नियमों को सरल करने की भी वकालत की जिससे अधिक से अधिक विद्यालय मान्यता ले सकें,तथा विद्यालयों का मानक पूरा करने के लिए पर्याप्त समय भी दिया जाय। उन्होंने मांग की कि जूनियर तक के विद्यालयों को भी स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के लिए एक लाख रुपए की धनराशि प्रदान की जाय। उन्होंने चेतावनी देते हुए कह कि यदि मान्यता न होने पर जुर्माने या स्कूल बंद करने की नोटिस की कार्यवाही अविलंब बंद नहीं की गयी तो संगठन प्रदेश व्यापी आंदोलन छेड़ेगा। इससे पूर्व जिला संयोजक विक्रमजीत सिंह के नेतृत्व में शिक्षकों ने प्रदेश अध्यक्ष का फूल-मालाओं से लादकर भव्य स्वागत किया। ओपी. सिंह, कृपाल सिंह, वीके. सिंह सहित तमाम विद्यालय प्रबंधक व शिक्षक मौजूद रहे
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बस्ती: एक तरफ जहां बेसिक शिक्षा विभाग मान्यता और मानक के अनुरूप व्यवस्था न होने पर विद्यालयों को बंद कराने के लिए पूरी ताकत से लगा हुआ है वहीं मान्यता के नाम पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए वित्तविहीन विद्यालयों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलने की चेतावनी दी है।
शुक्रवार को हर्रैया व विक्रमजोत विकास खंड के दौरे पर आए उत्तर प्रदेश वित्तविहीन विद्यालय प्रबंधक संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जयप्रकाश मिश्र ने विद्यालय प्रबंधकों से उनकी समस्याएं जानने के बाद प्रशासन के इस तुगलकी नीति पर जमकर अपनी भड़ास निकाली। कहा कि जिस तरह से शासन द्वारा इंटरमीडिएट के मान्यता प्राप्त शिक्षकों को मानदेय दिया जा रहा उसी प्रकार जूनियर तक के मान्यता प्राप्त संस्थानों के शिक्षकों को भी मानदेय दिया जाय। उन्होंने मान्यता लेने के नियमों को सरल करने की भी वकालत की जिससे अधिक से अधिक विद्यालय मान्यता ले सकें,तथा विद्यालयों का मानक पूरा करने के लिए पर्याप्त समय भी दिया जाय। उन्होंने मांग की कि जूनियर तक के विद्यालयों को भी स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के लिए एक लाख रुपए की धनराशि प्रदान की जाय। उन्होंने चेतावनी देते हुए कह कि यदि मान्यता न होने पर जुर्माने या स्कूल बंद करने की नोटिस की कार्यवाही अविलंब बंद नहीं की गयी तो संगठन प्रदेश व्यापी आंदोलन छेड़ेगा। इससे पूर्व जिला संयोजक विक्रमजीत सिंह के नेतृत्व में शिक्षकों ने प्रदेश अध्यक्ष का फूल-मालाओं से लादकर भव्य स्वागत किया। ओपी. सिंह, कृपाल सिंह, वीके. सिंह सहित तमाम विद्यालय प्रबंधक व शिक्षक मौजूद रहे
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