राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : प्रदेश भर के अशासकीय माध्यमिक स्कूलों में
शिक्षक बनने वालों की उम्मीदें अब परवान चढ़ने को हैं। शासन की ओर से सर्च
कमेटी के गठन एवं हाईकोर्ट की ओर से समयबद्ध चयन का निर्देश देने से
अभ्यर्थी खुश हैं। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उत्तर प्रदेश में यदि सब
कुछ ठीक-ठाक रहा तो मार्च 2016 से अधर में अटके परीक्षा परिणाम जारी होने
लगेंगे।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र दो माह से ठप है। यहां के अध्यक्ष डा. सनिल कुमार की नियुक्ति को हाईकोर्ट ने पांच अक्टूबर को ही रद कर दिया था। उसके पहले यहां के तीन सदस्यों ललित श्रीवास्तव, आशालता सिंह एवं अनीता यादव के कामकाज पर न्यायालय ने पाबंदी लगा रखी है। इससे यहां कोरम के अभाव में सारी गतिविधि ठप हो गई। जिस समय शासन ने कोरम संकट का एलान किया उसी दौरान चयन बोर्ड टीजीटी (स्नातक शिक्षक) एवं पीजीटी (प्रवक्ता) 2013 का परीक्षा परिणाम जारी कर रहा था। कुछ परिणाम जारी भी हो चुके थे। लंबे इंतजार के बाद प्रदेश सरकार ने कुछ दिन पूर्व ही मुख्य सचिव की अगुआई में सर्च कमेटी का गठन किया है, इसमें प्रदेश के आला अफसरों को रखा गया है, जो यहां के लिए अध्यक्ष एवं सदस्यों का चयन करेगी।
वैसे तो सर्च कमेटी को फिलहाल एक अध्यक्ष एवं चार सदस्य तलाशने हैं। यह प्रक्रिया हो सकता है काफी धीमी गति से चलती, लेकिन हाईकोर्ट ने एक याचिका की सुनवाई करते हुए निर्देश दिया है कि चयन बोर्ड के अध्यक्ष एवं सदस्यों का चयन दो माह में किया जाए और उससे कोर्ट को अवगत भी कराया जाए। इससे प्रक्रिया तेज होने के कयास लगाए जा रहे हैं। चयन बोर्ड में कोरम के अभाव में तमाम कार्य अधर में अटक गए हैं। नई टीम बनने के बाद ही अब उसमें तेजी आएगी। टीजीटी-पीजीटी 2013 का परिणाम तैयार होने से कोरम पूरा होते ही उसके जारी होने में कोई बाधा नहीं है, बाकी कार्यो के लिए अलग से रणनीति बनानी होगी। यह जरूर है कि 2013 के परिणाम पर तमाम सवाल खड़े हो चुके हैं चयन बोर्ड की ओर से उनका कोई वाजिब जवाब नहीं दिया गया है। कार्य शुरू होते ही परिणाम से जुड़े जवाब भी बोर्ड को तलाशना होगा।
आदेश :
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र दो माह से ठप है। यहां के अध्यक्ष डा. सनिल कुमार की नियुक्ति को हाईकोर्ट ने पांच अक्टूबर को ही रद कर दिया था। उसके पहले यहां के तीन सदस्यों ललित श्रीवास्तव, आशालता सिंह एवं अनीता यादव के कामकाज पर न्यायालय ने पाबंदी लगा रखी है। इससे यहां कोरम के अभाव में सारी गतिविधि ठप हो गई। जिस समय शासन ने कोरम संकट का एलान किया उसी दौरान चयन बोर्ड टीजीटी (स्नातक शिक्षक) एवं पीजीटी (प्रवक्ता) 2013 का परीक्षा परिणाम जारी कर रहा था। कुछ परिणाम जारी भी हो चुके थे। लंबे इंतजार के बाद प्रदेश सरकार ने कुछ दिन पूर्व ही मुख्य सचिव की अगुआई में सर्च कमेटी का गठन किया है, इसमें प्रदेश के आला अफसरों को रखा गया है, जो यहां के लिए अध्यक्ष एवं सदस्यों का चयन करेगी।
वैसे तो सर्च कमेटी को फिलहाल एक अध्यक्ष एवं चार सदस्य तलाशने हैं। यह प्रक्रिया हो सकता है काफी धीमी गति से चलती, लेकिन हाईकोर्ट ने एक याचिका की सुनवाई करते हुए निर्देश दिया है कि चयन बोर्ड के अध्यक्ष एवं सदस्यों का चयन दो माह में किया जाए और उससे कोर्ट को अवगत भी कराया जाए। इससे प्रक्रिया तेज होने के कयास लगाए जा रहे हैं। चयन बोर्ड में कोरम के अभाव में तमाम कार्य अधर में अटक गए हैं। नई टीम बनने के बाद ही अब उसमें तेजी आएगी। टीजीटी-पीजीटी 2013 का परिणाम तैयार होने से कोरम पूरा होते ही उसके जारी होने में कोई बाधा नहीं है, बाकी कार्यो के लिए अलग से रणनीति बनानी होगी। यह जरूर है कि 2013 के परिणाम पर तमाम सवाल खड़े हो चुके हैं चयन बोर्ड की ओर से उनका कोई वाजिब जवाब नहीं दिया गया है। कार्य शुरू होते ही परिणाम से जुड़े जवाब भी बोर्ड को तलाशना होगा।
आदेश :
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC