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शिक्षकों के विनियमितीकरण पर फिर हंगामा : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News

राज्य ब्यूरो, लखनऊ : तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण के मुद्दे पर गुरुवार को तेवर दिखाने वाले निर्दल समूह के सदस्य शुक्रवार को भी अड़े रहे। विधान परिषद सत्र की शुरुआत से ही शुरू हंगामा आखिरी समय तक जारी रहा। सभापति को कई बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

इस बीच सरकार पर अड़ियल और हठवादी रवैये का आरोप लगाते हुए बसपा, भाजपा और कांग्रेस के सदस्य पूरे दिन के लिए सदन से चले गए। हंगामे के बीच नेता सदन अहमद हसन ने वित्तीय वर्ष 2016-17 का बजट भी पेश कर दिया।

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही निर्दल समूह के राजबहादुर सिंह चंदेल, चेतनारायण सिंह, कांति सिंह, उमेश द्विवेदी और सपा विद्रोही देवेंद्र प्रताप सिंह वेल में आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। 25 वर्षो से माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण के मुद्दे पर ये सदस्य सरकार को जवाब देने के लिए चुनौती दे रहे थे। नेता विरोधी दल नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि विनियमितीकरण का प्रकरण कैबिनेट से पास है तो सरकार को उसे मान लेना चाहिए। भाजपा नेता हृदयनारायण दीक्षित का कहना था कि यह तो सरकार की तानाशाही है। कांग्रेस के नसीब पठान भी सरकार को हठधर्मी बताने लगे।

सरकार की ओर से जवाब न मिलने पर फिर नारेबाजी शुरू हो गई। सभापति ने 11 बजकर पांच मिनट पर सदन 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। फिर मार्शल ने सूचना दी की 11.45 तक सदन स्थगित रहेगा। फिर उन्होंने 12 बजे और फिर 12.15 बजे तक के लिए सदन स्थगित होने की सूचना दी। 12.15 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर फिर हंगामा शुरू हो गया। बसपा के नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि सरकार का जो अड़ियल रुख है और सदन अव्यवस्थित है उसमें अपनी बात और सूचनाओं को सदन में नहीं रख सकते। उन्होंने अपने दल के सदस्यों के साथ पूरे दिन के लिए सदन के बहिर्गमन का एलान किया और बाहर चले गये। भाजपा नेता हृदय नारायण दीक्षित और डॉ. यज्ञदत्त शर्मा भी अपने दल संग बहिर्गमन किया। फिर कांग्रेस के नसीब पठान भी पूरे दिन के लिए सदन से चले गए। इस दौरान निर्दल समूह के सदस्य लगातार नारेबाजी करते हुए सदस्य सभापति की ओर कागज उछाल रहे थे। मार्शल की टीम ने उन्हें ऐसा करने से रोका। सदन में उस समय सत्ता पक्ष के साथ ही शिक्षक दल के सदस्य मौजूद थे।

बंद हो गईं 104 पशुवधशालाएं : विधान परिषद में मंत्री आजम खां ने हृदय नारायण दीक्षित के प्रश्न का लिखित उत्तर देते हुए बताया कि 2012 में 119, वर्ष 2013 में 116 तथा वर्ष 2014 में 95 पशुवधशालाएं संचालित थीं। इस समय 104 पशुवधशालाएं बंद हैं।



अभिभाषण पर धन्यवाद-प्रस्ताव पारित

विधान परिषद में बसपा, भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों के बहिर्गमन और निर्दलीय समूह के हंगामे के बीच राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित हो गया। सभापति ओमप्रकाश शर्मा ने इसे ध्वनिमत से पारित किये जाने की घोषणा की। धन्यवाद प्रस्ताव के पक्ष में सपा के नरेश चंद्र उत्तम ने कहा कि आज प्रदेश में पंचायत चुनाव में जिस तरह जनता ने साथ दिया है उससे हमारी लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों समेत सभी वर्ग के लिए काम किया है। इस बीच वेल में खड़े होकर सपा के विद्रोही देवेन्द्र प्रताप सिंह, निर्दल समूह के राजबहादुर सिंह चंदेल, चेतनारायण सिंह, कांति सिंह और उमेश द्विवेदी नारेबाजी करते रहे। सपा के रामसुंदर दास निषाद ने धन्यवाद प्रस्ताव के समर्थन में कहा कि हमारी सरकार ने विकास के एजेंडे को तीन साल छह माह में पूरा कर दिया।

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