बेरोज़गार , जॉब मीटिंग के दम पर नहीं वरण साक्ष्यों के दम पर पाएगा : हिमांशु राणा : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News

समस्त मुद्दों को लेकर प्रदेश स्तरिय मीटिंग का आयोजन कुछ नेताओं के द्वारा किया जा रहा है लेकिन बेरोज़गार जॉब मीटिंग के दम पर नहीं वरण साक्ष्यों के दम पर पाएगा |आपने मीटिंग बुलाई अच्छी बात है लेकिन मीटिंग को तभी अटेंड किया जाए जब ये बातें वहाँ हो |

पूरा प्रदेश चाहता है कि मोर्चा एक हो जिसमें सर्वसहमती से वरिष्ठ अधिवक्ता मोर्चे की तरफ़ से खड़े किए जाएँ जबकि कुछ चाहते हैं कि मोर्चे की कमान कुछ नेताओं के हाथ में रहे तो मैं प्रदेश के साथ हूँ और पूरा प्रदेश निम्नांकित बातों को सहमति दे तभी ऐसा सम्भव हो पाएगा :-
1) मीटिंग में चाहे कोई भी अग्रणी पंक्ति का व्यक्ति हो मैं स्वयं को लेकर चलता हूँ और ख़ुद का नाम लेकर चलूँगा, हिमांशु अगर मीटिंग में आता है तो जो सोशल मीडिया पर इतने समय से अपनी याचिकाओं के लिए बताया गया है वो मीटिंग में लेकर आए
2) आज तक याचिकाओं पर जितने भी आदेश हुए हैं या नोटिस हुए हैं किसी भी मुद्दे पर हिमांशु मीटिंग में लेकर आए
3) जितने भी काउंटर आदि आज तक समस्त प्रतिवादियों कि तरफ़ से हिमांशु के पास आए हैं वे लेकर आएँ
4) राजनीतिक दलों या किसी भी दल को सपोर्ट करने की बात या ज्ञापन मीटिंग में हिमांशु करता है तो तुरंत बहिष्कार हो क्यूँकि अब अपने शिक्षक भर्ती और शिक्षा मित्र मुद्दे पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय करेगा कोई भी सरकार नहीं
5) जैसा कि सभी को ज्ञात है की अब केस लिखित दस्तावेज़ों पर चलेगा (written submissions) तो अब तक अग्रिम पंक्ति के किन किन अग्रानियों ने अपनी याचिकाओं को लेकर क्या क्या लिखित दस्तावेज़ तैयार कराए हैं उन्हें भी लेकर आएँ ताकि आंकलन किया जा सके कि पैरवी मज़बूत किसकी तरफ़ से होगी |
बाक़ी आप सभी के सुझाव आमंत्रित हैं |


मीटिंग में जो ऊहापोह की स्थिति बनती है वो बनती है नेताओं कि वजह से जबकि आम बेरोज़गार जुड़ा हुआ है अपने ज़िला प्रतिनिधियों से जिनसे हम सभी सम्पर्क भी बनाते हैं तो मेरा सबसे पहले स्वागत है होगा बेरोज़गारों के प्रतिनिधियों का जो स्वयं आकर देखें और स्वयं से आंकलन करें कि कौन से अग्रणी ने अब तक बेरोज़गारों का बेवक़ूफ़ बनाया है और आगे की रणनीति के लिए बात करें और चुनाव करें कि कौन सही है और किसके साथ पूरे प्रदेश को काम करना चाहिए?
लगातार कुछ नेता एक खाई खोदने का काम कर रहे हैं चयनित अचयनितों के नाम का सहारा लेकर तो आपको बता दूँ कि मैं लगातार तब भी काम उतनी ही तेज़ी से कर रहा हूँ जितनी तेज़ी से बेरोज़गार होते हुए किया था और मैं अपनी नियुक्ति के लिए तभी आश्वस्त हूँ जब आगे की नियुक्तियाँ होंगी वरना इन ८६२ नियुक्तियो का भी कोई मतलब नहीं है |
जब तक समस्त नेता उपरोक्त सुझावों पर रज़ामंदी नहीं देंगे तब तक ऐसी कोई भी मीटिंग का कोई औचित्य नहीं है मात्र कोरी राजनीति होगी क्यूँकि सोशल मीडिया पर डींगे हिमांशु क्या कोई भी मार सकता है लेकिन ये हाई एक ज़रिया है बेरोज़गारों के लिए किए गए कार्य को दिखाने का इसके अलावा कोई भी ऐसी मीटिंग बेमियादि है |
सभी के सुझाव और जवाब की प्रतीक्षा में
हर हर महादेव
आपका
हिमांशु राणा
टीईटी २०११ उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा, उत्तरप्रदेश
अगर हिमांशु इस प्रकार की कैसी भी मीटिंग से भागता है तो आप स्वयं सोच लीजिएगा कितना हितेशी है वो बेरोज़गारों का?
Be sure you put your feet in the right place, then stand firm.

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