स्नातक शिक्षक (टीजीटी) एवं प्रवक्ता (पीजीटी) 2011 परीक्षा विवादों में घिरी : हिंदी की परीक्षा रद की जाए

इलाहाबाद : अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के लिए हो रही स्नातक शिक्षक (टीजीटी) एवं प्रवक्ता (पीजीटी) 2011 परीक्षा विवादों में घिर गई है। अभ्यर्थियों ने हिंदीकी परीक्षा रद कराने की मांग की है।

1माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र ने बीते तीन दिनों में टीजीटी-पीजीटी 2011 की लंबित परीक्षा पूरी कराई है। परीक्षा में प्रश्नपत्रों में गलतियों की भरमार रही है। उससे सभी परेशान हैं। प्रतियोगी छात्रों ने बताया कि 17 जून को टीजीटी की हिंदी परीक्षा के प्रश्नपत्र में 12 सवाल ऐसे थे जिनकी वर्तनी गड़बड़ थी। अर्थ का अनर्थ हो रहा था, वहीं पांच सवाल प्रवक्ता हिंदी परीक्षा से रिपीट हुए थे। यदि टीजीटी हिंदी के पूरे प्रश्नपत्र को देखें तो करीब 20 प्रश्नों में छोटी-बड़ी त्रुटियां हैं। इसी तरह 15 जून को हुई प्रवक्ता हिंदी की परीक्षा में 40 सवालों में वर्तनी की त्रुटियां रही हैं। प्रतियोगियों ने शनिवार को चयन बोर्ड कार्यालय पर जाकर अध्यक्ष एवं सचिव को संबोधित ज्ञापन सौंपा और हिंदी की दोनों परीक्षाएं निरस्त कराने की मांग की है।
सोमवार को देंगे धरना, जाएंगे कोर्ट टीजीटी-पीजीटी 2011 के हिंदी अभ्यर्थी सोमवार को माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड कार्यालय के सामने परीक्षा रद कराने की मांग को लेकर धरना देंगे। उनका कहना है कि यदि चयन बोर्ड ने उनकी मांग नहीं मानी तो इस मामले को न्यायालय में चुनौती दी जाएगी।
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