बस्ती। नगरपालिका चुनाव में मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य में रुचि न लेने और प्रशिक्षण का वाक आउट करने वाले बीएलओ बने 82 और निर्वाचन कार्य में बाधा डालने वाले पांच शिक्षक नेताओं को एसडीएम सदर रामप्रसाद ने बीएसए को त्वरित रूप से निलंबित करने के लिए लिखा है।
बीएसए डॉ. संतोष कुमार सिंह ने बताया कि अभी उन्हें पत्र नहीं मिला है, मगर मिलते ही वह निलंबन की कार्रवाई शुरू कर देंगे।
शिक्षक नेताओं ने इस कार्रवाई को कोर्ट की अवहेलना और शासनादेशों के विरुद्ध प्रशासन और विभाग की मनमानी बताया। कहा कि वह मामले को लेकर न्यायालय जाएंगे। एसडीएम ने बताया कि मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य के लिए सदर ब्लॉक और नगर क्षेत्र के 104 शिक्षकों को बीएलओ बनाया गया। इसकी जानकारी खंड शिक्षा अधिकारी को देते हुए उन्हें सभी शिक्षकों को 18 जून को सदर तहसील में होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उपस्थित कराने का निर्देश दिया गया था। बताया कि 18 जून को प्रशिक्षण शुरू होने से पहले प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद सिंह, जिला मंत्री शांति भूषण त्रिपाठी, सदर ब्लॉक के मंत्री राजेश गिरी, नगर क्षेत्र के मंत्री महमूद और पूर्व नगर मंत्री आनंद सिंह तहसील आए। कहा कि कोर्ट के आदेश और शासनादेश के विरुद्ध कोई भी शिक्षक शैक्षणिक कार्य के अतिरिक्त अन्य कार्य नहीं करेगा। बताया कि शिक्षक नेता प्रशिक्षण स्थल से जबरिया प्रशिक्षण लेने आए कुछ शिक्षकों को हाल से अपने साथ ले गए। बताया कि पांच बजे तक वह इंतजार करते रहे। मगर कोई नहीं आया। विरोध के बावजूद 22 शिक्षक मतदाता सूची सहित अन्य अभिलेख ले गए हैं। जो शिक्षक अभिलेख ले गए हैं, उन्हें छोड़कर अन्य शिक्षकों को त्वरित निलंबित करने के लिए बीएसए को लिख दिया गया है। इनमें बाधा डालने वाले पांच शिक्षक नेता भी शामिल हैं।
इन शिक्षकों का नहीं होगा निलंबन
एसडीएम सदर रामप्रसाद ने बताया कि जो शिक्षक अभिलेख ले गए हों और प्रशिक्षण में भाग न लिए हों, उनका निलंबन नहीं होगा। बताया कि अभिलेख ले जाने वालों में सोनल श्रीवास्तवा, दिनेश कुमार, माधुरी शर्मा, शिवशंकर, शुचिता पाठक, सरिता मिश्रा, गरिमा गौर, नयनी गुप्ता, प्रभावती, अर्पणा यादव, भरत लाल, सुशील कुमार, तनवीर फातिमा, मिथिलेश मिश्र, मंजू बाला, साधना पांडेय, रितु श्रीवास्तवा व याकूब सिद्दीकी के नाम शामिल हैं।
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बीएसए डॉ. संतोष कुमार सिंह ने बताया कि अभी उन्हें पत्र नहीं मिला है, मगर मिलते ही वह निलंबन की कार्रवाई शुरू कर देंगे।
शिक्षक नेताओं ने इस कार्रवाई को कोर्ट की अवहेलना और शासनादेशों के विरुद्ध प्रशासन और विभाग की मनमानी बताया। कहा कि वह मामले को लेकर न्यायालय जाएंगे। एसडीएम ने बताया कि मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य के लिए सदर ब्लॉक और नगर क्षेत्र के 104 शिक्षकों को बीएलओ बनाया गया। इसकी जानकारी खंड शिक्षा अधिकारी को देते हुए उन्हें सभी शिक्षकों को 18 जून को सदर तहसील में होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उपस्थित कराने का निर्देश दिया गया था। बताया कि 18 जून को प्रशिक्षण शुरू होने से पहले प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद सिंह, जिला मंत्री शांति भूषण त्रिपाठी, सदर ब्लॉक के मंत्री राजेश गिरी, नगर क्षेत्र के मंत्री महमूद और पूर्व नगर मंत्री आनंद सिंह तहसील आए। कहा कि कोर्ट के आदेश और शासनादेश के विरुद्ध कोई भी शिक्षक शैक्षणिक कार्य के अतिरिक्त अन्य कार्य नहीं करेगा। बताया कि शिक्षक नेता प्रशिक्षण स्थल से जबरिया प्रशिक्षण लेने आए कुछ शिक्षकों को हाल से अपने साथ ले गए। बताया कि पांच बजे तक वह इंतजार करते रहे। मगर कोई नहीं आया। विरोध के बावजूद 22 शिक्षक मतदाता सूची सहित अन्य अभिलेख ले गए हैं। जो शिक्षक अभिलेख ले गए हैं, उन्हें छोड़कर अन्य शिक्षकों को त्वरित निलंबित करने के लिए बीएसए को लिख दिया गया है। इनमें बाधा डालने वाले पांच शिक्षक नेता भी शामिल हैं।
इन शिक्षकों का नहीं होगा निलंबन
एसडीएम सदर रामप्रसाद ने बताया कि जो शिक्षक अभिलेख ले गए हों और प्रशिक्षण में भाग न लिए हों, उनका निलंबन नहीं होगा। बताया कि अभिलेख ले जाने वालों में सोनल श्रीवास्तवा, दिनेश कुमार, माधुरी शर्मा, शिवशंकर, शुचिता पाठक, सरिता मिश्रा, गरिमा गौर, नयनी गुप्ता, प्रभावती, अर्पणा यादव, भरत लाल, सुशील कुमार, तनवीर फातिमा, मिथिलेश मिश्र, मंजू बाला, साधना पांडेय, रितु श्रीवास्तवा व याकूब सिद्दीकी के नाम शामिल हैं।
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