सीतापुर शिक्षकों के स्थानांतरण में अब अफसर मनमानी नही कर सकेंगे। इसके लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर एनआइसी एक नई वेबसाइट तैयार कर रहा है। ट्रांसफर पोर्टल नाम के इस वेबसाइट पर जिले भर के शिक्षकों व छात्रों की संख्या को फीड़ किया जाएगा।
जिसके बाद छात्र-शिक्षक अनुपात के हिसाब से पोर्टल ऐसे विद्यालयों जहां मानक से अधिक शिक्षक जमें हैं उनमें से पुराने शिक्षकों को हटाकर ऐसे स्कूल में ट्रांसफर कर देगा जहां मानक से कम शिक्षक हैं। महिला व विकलांग शिक्षकों से विकल्प के तौर पर मांगे गए तीन स्कूलों में से एक विद्यालय में तैनाती दी जाएगी। 1परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों की स्थानांतरण नीति पिछले दो सालों से नही आई है। जिसके चलते दूरस्थ विद्यालयों में तैनात रसूखदार शिक्षक बेसिक शिक्षा सचिव से आदेश लाकर अपना तबादला करा रहे हैं। स्थानांतरण नीति न आने से शिक्षकों ने जिलों से लेकर प्रदेश मुख्यालय तक प्रदर्शन किया है। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में प्रदेश सरकार से गैरजनपदीय व अंतर्जनपदीय तबादला नीति आ सकती है। इस नीति की ओट में अफसर मनमानी न कर सकें इसके लिए जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने एनआइसी पर एक नया साफ्टवेयर तैयार करा रहे हैं। ट्रांसफर पोर्टल नाम की इस वेबसाइट में जिले भर के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों की स्कूलवार छात्र संख्या और तैनात शिक्षकों का व्यौरा फीड़ किया जाएगा। विद्यालयों में छात्र संख्या के अनुपात में तैनात अधिक शिक्षकों को यह पोर्टल स्वत: ऐसे विद्यालय में भेज देगा, जहां छात्रों के अनुपात में कम शिक्षक कार्यरत हैं। महिला व विकलांग शिक्षकों से तीन विद्यालयों के पसंदीदा विकल्प मांगे जाएंगे। विद्यालय में जगह रिक्त होने पर संबंधित शिक्षक को वहां पोर्टल स्थानांतरित कर देगा। साफ्टवेयर इतना पारदर्शी होगा कि इसमें गड़बड़ी की लेसमात्र आशंका नहीं रहेगी। जिलाधिकारी के निर्देश पर सभी बीईओ अपने ब्लॉक के विद्यालयों में छात्रों व शिक्षकों डाटा जुटा रहे हैं।
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जिसके बाद छात्र-शिक्षक अनुपात के हिसाब से पोर्टल ऐसे विद्यालयों जहां मानक से अधिक शिक्षक जमें हैं उनमें से पुराने शिक्षकों को हटाकर ऐसे स्कूल में ट्रांसफर कर देगा जहां मानक से कम शिक्षक हैं। महिला व विकलांग शिक्षकों से विकल्प के तौर पर मांगे गए तीन स्कूलों में से एक विद्यालय में तैनाती दी जाएगी। 1परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों की स्थानांतरण नीति पिछले दो सालों से नही आई है। जिसके चलते दूरस्थ विद्यालयों में तैनात रसूखदार शिक्षक बेसिक शिक्षा सचिव से आदेश लाकर अपना तबादला करा रहे हैं। स्थानांतरण नीति न आने से शिक्षकों ने जिलों से लेकर प्रदेश मुख्यालय तक प्रदर्शन किया है। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में प्रदेश सरकार से गैरजनपदीय व अंतर्जनपदीय तबादला नीति आ सकती है। इस नीति की ओट में अफसर मनमानी न कर सकें इसके लिए जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने एनआइसी पर एक नया साफ्टवेयर तैयार करा रहे हैं। ट्रांसफर पोर्टल नाम की इस वेबसाइट में जिले भर के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों की स्कूलवार छात्र संख्या और तैनात शिक्षकों का व्यौरा फीड़ किया जाएगा। विद्यालयों में छात्र संख्या के अनुपात में तैनात अधिक शिक्षकों को यह पोर्टल स्वत: ऐसे विद्यालय में भेज देगा, जहां छात्रों के अनुपात में कम शिक्षक कार्यरत हैं। महिला व विकलांग शिक्षकों से तीन विद्यालयों के पसंदीदा विकल्प मांगे जाएंगे। विद्यालय में जगह रिक्त होने पर संबंधित शिक्षक को वहां पोर्टल स्थानांतरित कर देगा। साफ्टवेयर इतना पारदर्शी होगा कि इसमें गड़बड़ी की लेसमात्र आशंका नहीं रहेगी। जिलाधिकारी के निर्देश पर सभी बीईओ अपने ब्लॉक के विद्यालयों में छात्रों व शिक्षकों डाटा जुटा रहे हैं।
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