राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : दस वर्षो से एक मंडल में जमे खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) दूसरे मंडलों में नवीन तैनाती स्थलों पर नहीं जा रहे हैं। ऐसे बीईओ को नोटिस जारी कर दिया गया है। आदेश न मानने वाले बीईओ से पांच अगस्त तक जवाब मांगा गया है। इसके बाद निलंबन आदेश जारी होंगे।
शिक्षा निदेशालय से सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को ई-मेल के जरिए निर्देश भेज दिए गए हैं।
शासन ने इस बार भी वार्षिक स्थानांतरण नीति 2016-17 जारी की है। इसी नीति के अनुरूप शिक्षा विभाग में अपने सेवाकाल में मंडल में दस वर्ष की अवधि पूरी कर चुके प्रदेश भर में कार्यरत खंड शिक्षा अधिकारियों को दूसरे मंडलों में नवीन तैनाती दी गई है। सभी बीईओ को आदेश जारी होते ही कार्यमुक्त भी कर दिया गया, लेकिन वह नई तैनाती पर कार्यभार ग्रहण नहीं कर रहे हैं। आदेश की अवमानना करने वाले बीईओ की संख्या काफी अधिक है। ज्ञात हो कि प्रदेश में 1031 खंड शिक्षा अधिकारियों के सापेक्ष करीब 850 अधिकारी तैनात हैं। उनमें से 98 का तबादला हुआ है, लेकिन 55 बीईओ ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। इससे परिषदीय विद्यालयों का संचालन एवं पठन-पाठन के अलावा प्रशासनिक कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं।
आदेश न मानने वाले बीईओ स्थानांतरण संशोधन व निरस्त कराने के लिए दौड़ लगा रहे हैं। इस पेशबंदी को शासनादेश एवं शासकीय आदेशों की अवहेलना के रूप में देखा जा रहा है। शासन ने ऐसे बीईओ पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। बेसिक शिक्षा के अपर निदेशक विनय कुमार पांडेय ने पहले आदेश जारी करके बीईओ को नवीन तैनाती स्थलों पर कार्यभार ग्रहण करने का 26 जुलाई तक मौका दिया। इसके बाद कुछ बीईओ ने तो आदेश मान लिया, लेकिन अब भी बड़ी संख्या में बीईओ काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे बीईओ को अब नोटिस जारी करके सभी से पांच अगस्त तक जवाब मांगा गया है। इसके बाद निलंबन की कार्रवाई शुरू होगी। नोटिस सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेज दिया गया है।
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शिक्षा निदेशालय से सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को ई-मेल के जरिए निर्देश भेज दिए गए हैं।
शासन ने इस बार भी वार्षिक स्थानांतरण नीति 2016-17 जारी की है। इसी नीति के अनुरूप शिक्षा विभाग में अपने सेवाकाल में मंडल में दस वर्ष की अवधि पूरी कर चुके प्रदेश भर में कार्यरत खंड शिक्षा अधिकारियों को दूसरे मंडलों में नवीन तैनाती दी गई है। सभी बीईओ को आदेश जारी होते ही कार्यमुक्त भी कर दिया गया, लेकिन वह नई तैनाती पर कार्यभार ग्रहण नहीं कर रहे हैं। आदेश की अवमानना करने वाले बीईओ की संख्या काफी अधिक है। ज्ञात हो कि प्रदेश में 1031 खंड शिक्षा अधिकारियों के सापेक्ष करीब 850 अधिकारी तैनात हैं। उनमें से 98 का तबादला हुआ है, लेकिन 55 बीईओ ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। इससे परिषदीय विद्यालयों का संचालन एवं पठन-पाठन के अलावा प्रशासनिक कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं।
आदेश न मानने वाले बीईओ स्थानांतरण संशोधन व निरस्त कराने के लिए दौड़ लगा रहे हैं। इस पेशबंदी को शासनादेश एवं शासकीय आदेशों की अवहेलना के रूप में देखा जा रहा है। शासन ने ऐसे बीईओ पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। बेसिक शिक्षा के अपर निदेशक विनय कुमार पांडेय ने पहले आदेश जारी करके बीईओ को नवीन तैनाती स्थलों पर कार्यभार ग्रहण करने का 26 जुलाई तक मौका दिया। इसके बाद कुछ बीईओ ने तो आदेश मान लिया, लेकिन अब भी बड़ी संख्या में बीईओ काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे बीईओ को अब नोटिस जारी करके सभी से पांच अगस्त तक जवाब मांगा गया है। इसके बाद निलंबन की कार्रवाई शुरू होगी। नोटिस सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेज दिया गया है।
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