सुलझ नहीं पा रहीं समायोजन प्रक्रिया, सूची में हो रहा खेल, खंड शिक्षा अधिकारियों ने विभाग को दी गलत सूचना

बदायूं : परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने को शासन ने शिक्षक-शिक्षिकाओं के समायोजन के बाद स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया था, लेकिन सरप्लस शिक्षक-शिक्षिकाओं की सूची बनाने में खंड शिक्षा अधिकारियों ने खेल कर दिया।
विभाग को सही जानकारी न देने की वजह से काउंसलिंग के दौरान हंगामा हुआ और जिलाधिकारी स्तर से काउंसलिंग अग्रिम निर्देशों तक निरस्त कर दी गई। विभाग को प्राप्त हुईं आपत्तियों का निस्तारण जल्द करके काउंसलिंग कराई जाएगी। गुरुवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर हुई बैठक में भी कोई नतीजा नहीं निकला।1खंड शिक्षा अधिकारियों से प्राप्त सूची के अनुसार बेसिक शिक्षा विभाग ने प्राथमिक विद्यालय में 158 और उच्च प्राथमिक विद्यालय में 97 शिक्षक-शिक्षिकाओं को सरप्लस के तौर पर चिंहित किया और जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में काउंसलिंग कराई। जिसमें खंड शिक्षा अधिकारियों की कारगुजारी की हकीकत सामने आ गई।बीस शिक्षक-शिक्षिकाओं ने आपत्ति दर्ज कराई। बताया कि वह सरप्लस की श्रेणी में नहीं आते। नियम विरुद्ध उन्हें सरप्लस की श्रेणी में डाला गया है। काफी हंगामा हुआ। बात डीएम तक पहुंची तो उन्होंने काउंसलिंग निरस्त करते हुए आपत्तियों का निस्तारण करने का निर्देश दिया। जिसके आधार पर गुरुवार को शिक्षक संघ के पदाधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारियों की बैठक हुई, लेकिन कोई निर्णय नहीं हो सका।विषय का अकेला होने पर नहीं हटेंगे शिक्षक1समायोजन प्रक्रिया के लिए सरप्लस शिक्षक-शिक्षिकाओं को हटाने का निर्देश दिया है, लेकिन उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनात विज्ञान व गणित और भाषा का शिक्षक या शिक्षिका के अकेले होने पर उसे नहीं हटाया जाएगा। विभाग की ओर से उच्च प्राथमिक विद्यालयों से 97 शिक्षक-शिक्षिकाओं को समायोजन के लिए चिंहित किया गया है।1पंजीकरण में अंतर की वजह से हुई दिक्कत1शिक्षकों से प्राप्त आपत्तियों के अनुसार शासन को प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पंजीकृत छात्र-छात्रओं की कम उपस्थिति दिखाई गई।’>>आपत्तियों के निस्तारण के बाद ही होगी काउंसिलिंग1’>>खंड शिक्षा अधिकारियों ने विभाग को दी गलत सूचना

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