जूता एवं मोजा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने को प्रयोगशाला से जांच कराई जाएगी। डीएम एक कमेटी गठिन करेंगे जो विकास खंड एवं नगर क्षेत्र स्तर पर जूते-मोजे की डिलेवरी के तीन दिन में प्रयोगशाला जांच के लिए
रैंडम आधार पर बच्चों के तीन-तीन सैम्पल एकत्र कर सील करेंगे।
यदि सैम्पल जांच रिपोर्ट सही नहीं आती तो आपूर्ति करने वाली फर्म संबंधित विकास खंड में सभी जूते व मोजे बदलकर दूसरे देगी।
परिषदीय स्कूल के बच्चों को वितरित करने के लिए तकरीबन एक दर्जन ब्लाकों को जूतों की सप्लाई मिल चुकी है। अक्तूबर के पहले सप्ताह में सत्यापन के बाद वितरण शुरू कर देंगे।संजय कुमार कुशवाहा, बेसिक शिक्षा अधिकारी इलाहाबाद वरिष्ठ संवाददाताबेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ रहे 3.85 लाख छात्र-छात्रओं को नि:शुल्क जूता बंटेगा। जिले के एक दर्जन ब्लाकों में जूते पहुंच गए हैं और छुट्टियों के बाद तीन अक्तूबर को बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यालय खुलने पर सत्यापन के बाद वितरण शुरू हो जाएगा।जूते के साथ ही मोजा भी बंटना था लेकिन उसकी सप्लाई अभी तक नहीं हुई है। प्रत्येक बच्चे को 135.75 रुपये कीमत का एक जोड़ी जूता और 21.85 रुपये प्रति जोड़ी की कीमत का दो जोड़ी मोजा दिया जाना है। अब तक बहादुरपुर, हंडिया, शंकरगढ़, सोरांव, चाका, होलागढ़, प्रतापपुर, जसरा, उरुवा, कौड़िहार, मेजा ब्लाकों को सप्लाई मिल चुकी है।यह पहली बार है जबकि बच्चों को कॉपी-किताब के साथ जूता-मोजा भी दिया जा रहा है। परिषदीय स्कूलों में अधिकांश आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चे पढ़ते हैं। बड़ी संख्या में ऐसे बच्चे भी हैं जिनके पास एक जोड़ी जूता तक नहीं रहता। ऐसे बच्चों को जाड़े के दिनों में स्कूल तक पहुंचने में काफी कठिनाई होती है। इसी बात का ध्यान रखते हुए सरकार ने जूता-मोजा बांटने का निर्णय लिया है। बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ. सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह ने 21 अगस्त को सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर 16 अक्तूबर तक जूता-मोजा बच्चों में वितरित करने के निर्देश दिए थे। इलाहाबाद में 3,85,176 छात्र-छात्रओं को नि:शुल्क जूता व मोजा मिलेगा। इनमें तकरीबन 2.98 लाख बच्चे प्राथमिक व 83 हजार उच्च प्राथमिक स्कूलों के हैं।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
रैंडम आधार पर बच्चों के तीन-तीन सैम्पल एकत्र कर सील करेंगे।
यदि सैम्पल जांच रिपोर्ट सही नहीं आती तो आपूर्ति करने वाली फर्म संबंधित विकास खंड में सभी जूते व मोजे बदलकर दूसरे देगी।
परिषदीय स्कूल के बच्चों को वितरित करने के लिए तकरीबन एक दर्जन ब्लाकों को जूतों की सप्लाई मिल चुकी है। अक्तूबर के पहले सप्ताह में सत्यापन के बाद वितरण शुरू कर देंगे।संजय कुमार कुशवाहा, बेसिक शिक्षा अधिकारी इलाहाबाद वरिष्ठ संवाददाताबेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ रहे 3.85 लाख छात्र-छात्रओं को नि:शुल्क जूता बंटेगा। जिले के एक दर्जन ब्लाकों में जूते पहुंच गए हैं और छुट्टियों के बाद तीन अक्तूबर को बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यालय खुलने पर सत्यापन के बाद वितरण शुरू हो जाएगा।जूते के साथ ही मोजा भी बंटना था लेकिन उसकी सप्लाई अभी तक नहीं हुई है। प्रत्येक बच्चे को 135.75 रुपये कीमत का एक जोड़ी जूता और 21.85 रुपये प्रति जोड़ी की कीमत का दो जोड़ी मोजा दिया जाना है। अब तक बहादुरपुर, हंडिया, शंकरगढ़, सोरांव, चाका, होलागढ़, प्रतापपुर, जसरा, उरुवा, कौड़िहार, मेजा ब्लाकों को सप्लाई मिल चुकी है।यह पहली बार है जबकि बच्चों को कॉपी-किताब के साथ जूता-मोजा भी दिया जा रहा है। परिषदीय स्कूलों में अधिकांश आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चे पढ़ते हैं। बड़ी संख्या में ऐसे बच्चे भी हैं जिनके पास एक जोड़ी जूता तक नहीं रहता। ऐसे बच्चों को जाड़े के दिनों में स्कूल तक पहुंचने में काफी कठिनाई होती है। इसी बात का ध्यान रखते हुए सरकार ने जूता-मोजा बांटने का निर्णय लिया है। बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ. सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह ने 21 अगस्त को सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर 16 अक्तूबर तक जूता-मोजा बच्चों में वितरित करने के निर्देश दिए थे। इलाहाबाद में 3,85,176 छात्र-छात्रओं को नि:शुल्क जूता व मोजा मिलेगा। इनमें तकरीबन 2.98 लाख बच्चे प्राथमिक व 83 हजार उच्च प्राथमिक स्कूलों के हैं।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines