अध्यापक पात्रता परीक्षा 2017 (टीईटी) में एक परीक्षा कक्ष केवल 30
अभ्यर्थी ही बैठाए जा सकेंगे। इससे ज्यादा अभ्यर्थी बैठाने हो तो अनुमति
लेनी पड़ेगी। ये निर्देश बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरपी सिंह
ने मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को दिए। बुधवार को हुई वीडियो
कांफ्रेंसिंग में उन्होंने टीईटी को नकलविहीन बनाने के लिए निर्देश दिए और
कहा कि नकल की सूचना मिलने पर केन्द्र को रद्द कर दिया जाएगा।
एक परीक्षा कक्ष में 30 परीक्षार्थी ही बैठाए जाएंगे। इस पर कुछ जिलाधिकारियों ने प्रश्न किया कि यदि परीक्षा कक्ष की धारण क्षमता 30 परीक्षार्थियों से ज्यादा हो तो क्या ज्यादा परीक्षार्थी बैठाए जा सकेंगे? इस पर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि एडीएम या समकक्ष अधिकारियों से सत्यापन कर शासन से अनुमति ली जाए। बिना अनुमति ज्यादा परीक्षार्थी नहीं बैठा सकेंगे। उन्होंने कहा कि दो परीक्षार्थियों के बीच इतनी दूरी हो कि वे नकल न कर सकें।
वहीं उन्होंने हर परीक्षा केन्द्र के लिए स्टेटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त करने के निर्देश दिए। प्रश्नपत्र ट्रेजरी के डबल लॉकर से निकाल कर स्टेटिक मजिस्ट्रेट ही केन्द्र तक ले जाएगा और उसे एक केन्द्र व्यवस्थापक, दो कक्ष निरीक्षक की मौजूदगी में वीडियोग्राफी कराते हुए खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि महिला अभ्यर्थियों की तलाशी के लिए महिला पुलिस या होमगार्ड या फिर महिला अध्यापकों की ड्यूटी लगाई जाए। टीईटी 15 अक्टूबर को होना है और इसमें लगभग साढ़े 9 लाख परीक्षार्थी बैठेंगे।
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