सचिव के सामने जांच की पोल खोलेंगे फंसे शिक्षक

आजमगढ़। डॉ. भीमवराव अंबेडकर विवि आगरा से वर्ष 2004-05 सत्र की फर्जी बीएड डिग्री के आधार मंडल में नौकरी करने के मामले में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से जारी सूची से बिना मिलान के आगरा विवि के सही बीएड डिग्री वाले शिक्षकों को फर्जी बताने की जांच रिपोर्ट में शामिल शिक्षक मंडल स्तर के अधिकारियों से निराश हो चुके हैं।
गुरुवार को उन्होंने जिलाधिकारी से भी मुलाकात की, लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। दस्तावेज सही होने के बादभी उन्हें नौकरी जाने का डर सता रहा है। ऐसी स्थिति में शिक्षकों ने जांच रिपोर्ट की पोल सीधे सचिव के सामने खोलने के निर्णय लिया। सोमवार को वो सचिव से मिलकर मामले से अवगत करा सकते हैं।आगरा विवि से 2005 में बीएड करने वाले मंडल के 29 शिक्षकों को फर्जी बता सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को एडी बेसिक योगेंद्र कुमार की ओर से रिपोर्ट भेजने के बाद इसमें फंसे 25 शिक्षक गुरुवार को भी विभिन्न दफ्तरों की खाक छानते रहे। डीएम के पास शिक्षकों ने उन्हें ज्ञापन सौंपकर बताया कि उन्होंने 2004-05 में आगरा विवि से बीएड किया था। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से पिछले दिनों जारी 3517 फर्जी और 1053 टेंपर्ड डिग्री की सूची में उनका कहीं नाम नहीं है। इसके बाद भी उन्हें 3517 फर्जी डिग्री की सूचा में शामिल बता एडी बेसिक ने अपनी जांच रिपोर्ट में शामिल कर दिया है। मामले की जानकारी होने पर एडी बेसिक कार्यालय से संपर्क किया गया, लेकिन हमें गुमराह किया जा रहा है। आरोप लगाया कि रिपोर्ट में त्रुटिवष गलती नहीं हुई है। शिक्षकों को फंसा कर धन उगाही की पूरी योजना थी। मानसिक उत्पीड़न के लिए मनमाने ढंग से उन्हें फंसाया जा रहा है। जिलाधिकारी की ओर से भी उन्हें मामले में ठोस आश्सवासन नहीं मिला। उनका कहना था कि अब वो सीधे स चिव से मिलकर पूरे मामले को सामने रखेंगे। जांच रिपोर्ट की पोल सीधे सचिव के सामने खोली जाएगी। सोमवार को वो सचिव से मिलकर मामले से अवगत करा सकते हैं। शिकायत करने वालों में फतेहबहादुर यादव, समर बहादुर, अमित कुमार मिश्र, हरिकेश, गोविंद कुमार आदि शामिल थे।

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