यूपी के पौने दो लाख पीड़ित शिक्षामित्रों के परिवार कि यही करुण पुकार है
कि अब सभी शिक्षामित्रों की सभी टीमें, दोनों संघ के नेता, गाजी-शाही जी,
अपना इगो परित्याग करके अति शीघ्र, बहुत जल्द ही एक मंच पर आ जाये और सबसे
पहले यूपी के सभी भाजपा विधायकों और सांसदों को अपने वांछित मांग पत्र के
क्रम में, ज्ञापन देने का कार्य प्रारम्भ कर दे, फिर दो-चार दिन तक उन्ही
के घरों पर डेरा दाल दे,
तब तक न हटे,जब तक सीएम-पीएम से मुलाकात न हो जाए,
मुलाकात होने पर, केवल दो ही मांग रखे,एक उत्तराखंड की तर्ज पर सभी का
समायोजन या फिर अध्यादेश लाकर समायोजन की बहाली,इसके अलावा कोई अन्य मांग
नहीं होनी चाहिए, यदि सरकार नहीं मानती है तो, समय के नजाकत को देखते हुए,
अपने कार्य की सफलता के क्रम में, तत्काल सीएम का भव्य स्वागत करने की
तैयारी और बीजेपी की जय जय कार में लग जाए, यदि सरकार, फिर भी, हमारी
मांगो को नहीं मानती है तो, या आनाकानी करती है तो तत्काल प्रदेश नेतृत्व
को एक सफल आंदोलन की रणनीति तैयार करके,एक बृहद प्रदेश व्यापी आंदोलन, करो
या मरो के सिद्धांत से, बहुत जल्द घोषणा करनी होगी, फिर सरकार से आर-पार की
लड़ाई लड़नी होगी और ये लड़ाई,अब लक्ष्मण मेला मैदान में नहीं, वरन् यूपी
विधान सभा के पास महाआंदोलन करना होगा क्योंकि लक्ष्मण मेला मैदान में अब
कोई औचित्य नहीं रह जाता है, सभी पीड़ित शिक्षामित्र अपने अपने परिवार के
साथ, उक्त महाआंदोलन में शत प्रतिशत प्रतिभाग करेंगे, और विधान सभा के
सामने अपनी जीविका के लिए अनिश्चितकालीन तक, चक्का जाम करेंगे, रोज शाम के
समय में सड़को पर, अपने मृतक भाइयो -बहनो के शोक में, कैंडल मार्च निकालेंगे
और उसके बाद सभी शिक्षामित्र भाई बहन इस हत्यारी सरकार को मृत मानकर सभी
इच्छुक शिक्षामित्र भाई -बहन मुंडन कार्य भी भी करायेगे जिससे मीडिया में
चर्चा का विषय बना रहे और आने वाले आम लोक सभा चुनाव -२०१९ के लिए हर जिले
के शिक्षामित्र इस बीजेपी सरकार के काले कारनामो का चिटठा जनता के बीच
खोलेंगे और जनता को भविष्य में बीजेपी को वोट न करने की अपील करेंगे, इन
सभी कार्यो में,शिक्षामित्रों की एकता ही उसका असली रामबाण होगा, यही
ब्राम्हास्त्र भी होगा,आज यूपी के शिक्षामित्रों के साथ बहुत बड़ा धोखा व
राजनीति हुई है, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, सभी शिक्षामित्रों अपनी
आंखें खोलों, आप अयोग्य नहीं हो,आपको छल से मारा गया है,अपनी एकता बनाओ,
इसी में जीत छुपी है,कोई भी साथी टेट और नॉन टेट पर लड़ाई नहीं लड़ेगा, आप
सभी आज की डेट में बेसिक के टीचर है,वशर्ते आप को गुमराह कर रही है बीजेपी
सरकार, जागो शिक्षामित्र जागो,ये बहुत ही अनमोल समय है,आपके भविष्य के लिए*
शेष आप सभी लोग स्वयं समझदार व बुद्धिमान हो, समझने के लिए इशारा ही
पर्याप्त होता है
उक्त आग्रह के साथ
*जय महाकाल*
निवेदक :-
*पौने दो लाख पीड़ित शिक्षामित्र का परिवार, उ. प्र.*
sponsored links:
Information on UPTET Exam , Results , UPTET Admit Cards , 69000 Shikshak Bharti , Counselling , Niyukti Patra for UP Teachers & other related information
Breaking News
- 2004 में शिक्षामित्रों की नियुक्तियों हेतु जारी विज्ञप्ति: इसी विज्ञप्ति के आधार पर हुआ था शिक्षामित्रों की का चयन
- ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
- Shikshamitra Appointment: 2001 में शिक्षामित्रों की नियुक्ति सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों के सापेक्ष ही हुई थी
- वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय की पहली किस्त अक्टूबर में, यह होगा सहायक अध्यापक व प्रधानाचार्य का मानदेय
- समस्त AD बेसिक व BSA के CUG मोबाइल नम्बर : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News