फर्रुखाबाद। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक में सरप्लस शिक्षकों को समायोजित
करने को गुरुवार को विकल्प पत्र बीएसए कार्यालय में शिक्षकों से भरवाए गए।
विकल्प पत्र भरते समय शिक्षकों ने एक शिक्षक नेता को बीएसए के पास बैठा
देखकर हंगामा शुरू कर दिया।
शिक्षकों ने समायोजन में गड़बड़ी होने का आरोप
लगाया। बीएसए ने शिक्षकों को नियमानुसार समायोजन होने का आश्वासन देकर शांत
कराया।
बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक स्कूलों में 66 और जूनियर
स्कूलों में 18 शिक्षक सरप्लस थे। शासन के आदेश पर इन शिक्षकों को पद रिक्त
वाले स्कूलों में समायोजन करने की बीएसए ने प्रक्रिया शुरू की। शिक्षकों
की वरिष्ठता सूची निकाल कर गुरुवार को कार्यालय में विकल्प पत्र भरवाए गए।
इसके लिए जिन स्कूलों में शिक्षकों के पद रिक्त थे उन स्कूलों की सूची
चस्पा की गई थी। बीएसए कार्यालय में विकल्प पत्र भरने आए शिक्षकों ने बीएसए
के पास एक शिक्षक नेता को बैठा देखा। यह देखकर शिक्षक खफा हो गए और
समायोजन में शिक्षक नेताओं के साथ मिलकर खेल करने का आरोप लगाकर हंगामा
करने लगे। शोर होने पर पहले बीएसए चुपचाप बैठे रहे।
हंगामा बढ़ता
देखकर उन्होंने शिक्षकों को बुलाया और हंगामा का कारण पूछा। शिक्षक नेता के
बैठने की बात बताने पर बीएसए ने कहा कि समायोजन नियमानुसार होगा। इसके बाद
शिक्षक शांत हुए। बीएसए राजकुमार पंडित ने बताया कि 66 प्राथमिक और 18
उच्च प्राथमिक के शिक्षकों के समायोजन को विकल्प पत्र भरवा लिए गए हैं।
इनकी तैनाती के अनुमोदन को पत्रावली सीडीओ और जिलाधिकारी को भेजी है।
अनुमोदन मिलने के बाद तैनाती आदेश जारी किया जाएगा।
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