उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने प्रदेश के एडेड कालेजों के लिए होने वाली टीजीटी-पीजीटी 2016 भर्ती में आठ विषयों के 341 पदों के लिए मिले 69830 आवेदन निरस्त कर दिए हैं। एसपी सरकार के दौरान जारी हुए इस विज्ञापन में शिक्षकों के ऐसे पदों के लिए आवेदन मांग लिए गए थे जो वास्तव में हैं ही नहीं।
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परीक्षा की तैयारियों के दौरान जांच में जब यह तथ्य सामने आया तो आयोग ने आवेदन निरस्त करते हुए इन अभ्यर्थियों को अर्ह होने पर दूसरे विषयों के लिए आवेदन का मौका दिए जाने का निर्णय लिया है। जिन विषयों के आवेदन निरस्त किए गए हैं इनमें पीजीटी के वनस्पति विज्ञान और संगीत तथा टीजीटी के जीव विज्ञान, संगीत, काष्ठ शिल्प, पुस्तक कला, टंकण और आशुलिपिक टंकण शामिल हैं। टीजीटी- पीजीटी 2016 की लिखित परीक्षा 27 सितंबर से होनी थी जिसे अब टाल दिया गया है। इसके साथ ही बोर्ड ने पद न होने के बावजूद जारी हुए विज्ञापन की जांच कराने का फैसला किया है।
बोर्ड के मुताबिक एसपी सरकार के शासन काल में प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) के अलग-अलग विषयों के लिए विज्ञापन संख्या 1/2016 और विज्ञापन संख्या 2/2016 के तहत प्रवक्ता(पीजीटी) के पदों के लिए 2016 में विज्ञापन जारी किए गए थे। इनमें पीजीटी के वनस्पति विज्ञान और संगीत तथा टीजीटी के जीव विज्ञान, संगीत, काष्ठ शिल्प, पुस्तक कला, टंकण और आशुलिपिक टंकण के शिक्षकों के पद भी शामिल थे। जबकि इन विषयों के शिक्षकों के पद वास्तव में थे ही नहीं। इनमें कुछ विषयों के पद 2000 में ऐक्ट में हुए संशोधन के बाद समाप्त हो चुके हैं जबकि कुछ विषय वैकल्पिक हैं और इनके लिए शिक्षक मानदेय पर रखे जाते हैं। बावजूद इसके कॉलेजों ने इन पदों के लिए अधियाचन भेजा और जिला विद्यालय निरीक्षकों के जरिए यह बोर्ड तक पहुंचने के बाद विज्ञापित भी हो गया। इसके बाद परीक्षा के लिए 27, 28 और 29 सितंबर की तारीख भी तय कर दी गई।
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341 पदों के लिए आए आवेदन निरस्त
जब तैयारियों के दौरान सेवा चयन बोर्ड को शक हुआ तो तत्काल विषयों के बारे में माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव से जानकारी मांगी गई। सचिव नीना श्रीवास्तव ने 9 जुलाई को भेजे गए अपने पत्र के माध्यम से यह साफ कर दिया कि हाई स्कूल में काष्ठ शिल्प, पुस्तक कला, टंकण, आशुलिपिक टंकण और जीव विज्ञान विषय समाप्त कर दिए गए हैं। इसके अलावा इंटरमीडिएट स्तर पर वनस्पति विज्ञान और हाईस्कूल और इंटर स्तर पर संगीत नाम का कोई विषय नहीं है। इसकी पुष्टि होने के बाद बोर्ड ने इन विषयों के 341 पदों के लिए मिले 69830 आवेदनों को निरस्त कर दिया।
वापस की जाएगी आवेदन के लिए ली गई फीस
बोर्ड के सचिव दिव्य कांत शुक्ल ने बताया कि जिन विषयों के अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त किए गए हैं यदि वे किसी अन्य विषय में आवेदन के लिए अर्ह हैं तो उन्हें आवेदन का मौका दिया जाएगा इसके लिए जल्द ही एनआईसी की मदद से बोर्ड की साइट खोली जाएगी। हालांकि यदि अभ्यर्थी अर्हता या किसी अन्य कारण से दोबारा आवेदन नहीं करना चाहते हैं तो उन्हें उनकी फीस वापस कर दी जाएगी।
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2011 और 2013 की भर्ती में भी शामिल थे ऐसे पद
बिना पद वाले शिक्षकों की भर्ती का मामला सिर्फ टीजीटी-पीजीटी 2016 का ही नहीं है। इससे पहले 2011 की पीजीटी भर्ती में जीव विज्ञान के 65 और वनस्पति विज्ञान के 2 पदों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। भर्ती प्रक्रिया जारी होने के कारण बोर्ड ने इस मामले में कोई कार्रवाई करने से पहले विधिक राय लेने का फैसला लिया है। इसी तरह 2013 की पीजीटी भर्ती में भी जीव विज्ञान विषय के 187 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इस मामले में बोर्ड का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद उसके हाथ में कुछ नहीं रह जाता।
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