डीएलएड 2017 वालों ने भी पुनर्मूल्यांकन को घेरा कार्यालय, हिंदी, सा. अध्ययन, विज्ञान व बाल विकास में बहुत कम अंक

इलाहाबाद : बीटीसी 2015 तृतीय सेमेस्टर के रिजल्ट के बाद अब के परिणाम से अभ्यर्थी संतुष्ट नहीं है। हंिदूी, सामाजिक अध्ययन, विज्ञान व बाल विकास विषयों में तमाम अभ्यर्थियों को इकाई में अंक मिले हैं।
प्रशिक्षुओं का कहना है कि यह गड़बड़ी मूल्यांकन सही से न होने की वजह से हुई है इसलिए कॉपियों का नए सिरे से मूल्यांकन कराया जाए।
डीएलएड संयुक्त मोर्चा संघ ने शनिवार को परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय का घेराव किया। प्रदेश अध्यक्ष राहुल यादव का कहना है कि 25 सितंबर को जारी परिणाम में 47199 प्रशिक्षु गलत मूल्यांकन के कारण अनुत्तीर्ण हो गए हैं। जिस तरह से बीटीसी 2015 तृतीय सेमेस्टर में कुछ अभ्यर्थियों को पूर्णाक से अधिक अंक मिल गए थे, वैसे ही डीएलएड प्रथम सेमेस्टर में हंिदूी व सामाजिक अध्ययन जैसे सरल विषयों में दो-दो अंक मिले हैं। प्रशिक्षुओं का दावा है कि यदि सही से मूल्यांकन हो जाए तो वे अच्छे अंकों से उत्तीर्ण हो जाएंगे। कंप्यूटर विषय की कॉपी मनमाने तरीके से जांची गई हैं। हर अभ्यर्थी को बहुत कम अंक मिले हैं। प्रशिक्षुओं ने सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा है। इसमें मांग की गई है कि दोबारा मूल्यांकन में गड़बड़ी मिलने पर दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई की जाए। प्रशिक्षुओं ने अल्टीमेटम दिया है कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो आंदोलन करने को बाध्य होंगे। दुर्गेश कुमार, धनंजय सोनकर, पूनम, स्वाती, अंजना आदि थे।