इलाहाबाद : उप्र लोकसेवा आयोग यानि यूपीपीएससी ने परीक्षाओं में विवाद
खत्म को बड़ी पहल की है। परीक्षा से जुड़े गोपनीय कार्यो मसलन, प्रश्नपत्र व
आंसर शीट तैयार करने व कॉपियों के मूल्यांकन आदि के लिए विशेषज्ञ पैनल का
बदलाव और विस्तार करने जा रहा है।
परीक्षा नियंत्रक ने इसके लिए तय शर्तो
के तहत आवेदन मांगे हैं। प्रतियोगी यह मांग लंबे समय से कर रहे थे, जो नए
साल में पूरा होने की उम्मीद है।1यूपीपीएससी प्रदेश के सबसे अहम पदों के
लिए विभिन्न परीक्षाएं वर्ष भर कराता आ रहा है। इधर कई वर्षो से लगभग हर
परीक्षा में पूछे गए प्रश्न व उनके उत्तर को लेकर विवाद हुआ है। कई प्रकरण
हाईकोर्ट तक पहुंचे और शासन स्तर पर भी शिकायतें हुईं। कोर्ट कई बार विषय
विशेषज्ञों को बदलने का निर्देश भी दे चुका है। आयोग अब परीक्षा से जुड़े
विवादों को खत्म करने के लिए नए विशेषज्ञों को जोड़ने जा रहा है। इसके लिए
बाकायदे परीक्षा नियंत्रक की ओर से विज्ञापन जारी किया गया है।
30 अक्टूबर तक तय प्रारूप पर भेजें बॉयोडाटा : ऐसे शिक्षक आयोग की ओर से
जारी प्रारूप पर सारी सूचनाएं भरकर व अपने बॉयोडाटा के साथ 30 अक्टूबर शाम
पांच बजे तक आयोग के विचारार्थ भेजे। आवेदन का प्रारूप आयोग की वेबसाइट पर
अपलोड है। साथ ही शिक्षकों को प्रारूप कुलसचिव, प्राचार्य या फिर सक्षम
प्राधिकारी से अग्रसारित कराकर शील्ड लिफाफे में स्पीड पोस्ट, पंजीकृत डाक
या फिर ई-मेल से परीक्षा नियंत्रक लोकसेवा आयोग उप्र इलाहाबाद को भेजना
होगा।
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