इलाहाबाद : उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपी के लिए ऑनलाइन आवेदन
की समस्या ज्यों की त्यों है। लगातार छठवें दिन भी सर्वर दुरुस्त नहीं हो
सका है। हजारों अभ्यर्थी और उनके अभिभावक भोर से लेकर रात तक साइबर
केंद्रों का चक्कर काटने को मजबूर हैं।
वह अभ्यर्थी खासे परेशान हैं,
जिन्होंने ऑनलाइन आवेदन फार्म भरा है और परीक्षा शुल्क का पैसा भी कट गया
है लेकिन, शुल्क की न रसीद मिली है और न आवेदन भरा जा सका है। 1बेसिक
शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 97 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती
इम्तिहान से पहले ही बड़े विवाद में घिर गई है। 17 सितंबर से ऑनलाइन आवेदन
शुरू हुआ लेकिन, पिछले छह दिन से सर्वर काम नहीं कर रहा है। प्रदेश के हर
जिले में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परेशान हैं। 1पहले सर्वर धीमे कार्य कर
रहा था, जिससे घंटों इंतजार के बाद जैसे-तैसे आवेदन हो रहे थे लेकिन,
शुक्रवार से ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) न आने की समस्या खड़ी हो गई। असल में
अभ्यर्थी को दो बार ओटीपी आती है एक बार बैंक की ओर से शुल्क के लिए व
दूसरी बार आवेदन सम्मिट करने के लिए। कहा जा रहा है कि आवेदन न हो पाने की
वजह ओवरलोडिंग से सर्वर जाम होना है। टीईटी के लिए आवेदन का चार अक्टूबर तक
समय निर्धारित है। अभ्यर्थी आवेदन के चक्कर में पढ़ाई भी नहीं कर पा रहे
हैं, जबकि उन्हें आगे टीईटी व शिक्षक भर्ती के लिए दो परीक्षाएं देनी हैं।
पहले से दबाव में है एनआइसी
प्रदेश के अधिकांश सरकारी विभागों का कार्य एनआइसी के जरिये ही होता है।
वहां स्टाफ व सिस्टम अपग्रेडेशन की समस्या पहले से है। परीक्षा नियामक
प्राधिकारी कार्यालय में आवेदन व स्टेट रैंक आदि जानने के लिए अधिक हिट
होने से कई बार सर्वर सही से कार्य न करने की समस्या आती रही है। के लिए
आवेदन इतनी बड़ी संख्या में होंगे इसका अफसरों को अंदाजा नहीं हुआ। इसीलिए
प्रक्रिया धड़ाम हो गई।
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