लखनऊ (जागरण संवाददाता)। सहायक शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी शुक्रवार को
लोहिया पार्क में जुटे। करीब दो घंटे तक उन्होंने बैठक की। इस दौरान
उन्होंने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया।
68,500 शिक्षक भर्ती में अभ्यर्थी न्यूनतम अर्हता अंक को लेकर विरोध कर
रहे हैं। गुरुवार को लाठीचार्ज व गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को अभ्यर्थियों
भी भीड़ कम रही। इस दौरान आदित्य कुमार ने कहा कि सरकार ने 21 मई को
शासनादेश जारी किया था। इसमें सामान्य के लिए 33 व आरक्षित वर्ग के लिए 30
फीसद अंक न्यूनतम अर्हता के आधार पर परिणाम जारी करने को कहा था, मगर 13
अगस्त को क्रमश: 45 व 40 फीसद न्यूतम अर्हता अंक के आधार पर परिणाम जारी
किया गया। इससे तमाम अभ्यर्थी मेरिट से वंचित हो गए। इस दौरान अभ्यर्थी
सीएम व डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा से मुलाकात की योजना बनाई। वहीं संभव न
हो पाने पर बैठक कर वापस चले गए।
इसस पहले प्रदेश भर से आए सहायक शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी सुबह जीपीओ
पार्क में जुटे। वहीं दोपहर में विधानसभा और बीजेपी कार्यालय का घेराव के
लिए सड़क पर उतर पड़े। ऐसे में पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठी बरसाई थी। साथ
ही दर्जनों को हिरासत में ले लिया था। वहीं अभ्यर्थियों की भीड़ हजरतगंज
पहुंचने से अव्यवस्था फैल गई थी। जिससे राहगीर जाम से परेशान हो गए थे।
दरअसल 68,500 सहायक शिक्षक भर्ती का हाल में ही परिणाम जारी हुआ है।
सरकार के 13 अगस्त के आदेशानुसार आरक्षित वर्ग के लिए 40 व सामान्य वर्ग के
लिए 45 फीसद न्यूनतम अर्हता अंक के आधार पर परिणाम जारी किया गया। वहीं
अभ्यर्थी 21 मई के शासनादेश का हवाला देकर क्रमश 30 व 33 फीसद अंक के हिसाब
से परिणाम जारी करने की मांग कर रहे हैं। गुरुवार को प्रदेशभर से सैकड़ों
अभ्यर्थी सुबह 10 बजे हजरतगंज स्थित जीपीओ पार्क पहुंचे। यहां से पुलिस ने
खदेड़ दिया। इसके बाद 11 बजे अभ्यर्थी लक्ष्मण मेला मैदान पहुंचे।
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