समाजवादी पार्टी नेता राम गोविंद चौधरी ने गोरखपुर सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता में कहा, 'लखनऊ और गाजियाबाद में पुलिस ने आम नागरिकों को मारा। उत्तर प्रदेश में आम नागरिक डरा हुआ है और सरकार में विश्वास खो चुका है। इस समय प्रदेश में 1977 की इमर्जेंसी से भी बुरी स्थिति बन आई है। सरकार से पुलिस को मिली छूट उन्हें मनबढ़ बना चुकी है, जिसका नतीजा लखनऊ की घटना है जिसमें निर्दोष की हत्या हो जाती है।'
चौधरी ने सीएम योगी से सवाल किया है कि अगर प्रदेश के अपराधी प्रदेश छोड़ चुके हैं, तो अपराध कर कौन रहा है, क्योंकि बाकि अपराधियों का तो एनकाउंटर करा दिया था। वहीं उन्होंने गोरखपुर में मोहर्रम के दिन हुए बवाल में निर्दोषों पर कार्रवाई करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भटहट कस्बे में जिन लोगों ने पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की उन पर कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि पुलिस ने सड़क से 5 किलोमीटर दूर के गांव के लोगों को आरोपित बना दिया।
राम गोविंद चौधरी ने कहा कि बीजेपी सरकार और उसके नेता झूठ बोलते हैं। वह ना तो राममंदिर बनवाएंगे और ना ही मस्जिद। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी में शिक्षक भर्ती में हुई धांधली राफेल से भी बड़ा घोटाला है। उन्होंने कहा, मंहगाई बढ़ी है, पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं, गरीब, किसान, नौजवान सभी परेशान हैं। जनता अब इनसे हिसाब-किताब लेने को बेचैन है।