कौशांबी : बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक भर्ती के नाम पर फर्जीवाड़ा
रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब सहायता प्राप्त विद्यालयों में शिक्षक
भर्ती के नाम पर फर्जीवाड़ा किए जाने की शिकायत अधिकारियों से हुई है। इसको
लेकर एडी बेसिक ने बीएसए को जांच का निर्देश दिया है।
जिले के सहायता प्राप्त विद्यालयों में सितंबर में 17 शिक्षकों की हुई
भर्ती में फर्जीवाड़ा किया है। इसको लेकर नेवादा के रहने वाले आनंद पांडेय व
इलाहाबाद के नैनी निवासी लोलारक प्रसाद पांडेय ने बीएसए कार्यालय सहित एडी
बेसिक से शिकायत की है। उनका आरोप है कि पूर्व में तैनात रहे प्रभारी
बीएसए व बीएसए कार्यालय के एक लिपिक ने गुपचुप तरीके से शिक्षकों की भर्ती
कर ली। इसकी जानकारी किसी को नहीं होने पाई। बताया कि ऐसे लोगों को शिक्षक
बना दिया गया जो पद के अनुरूप योग्यता ही नहीं रखते। शिक्षक भर्ती में
गड़बड़ी कि शिकायत मिलने पर एडी बेसिक ने इसके जांच का निर्देश दिया।
उन्होंने बताया कि शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी की शिकायत किसी ने कार्यालय में
की थी। इसको लेकर जांच का निर्देश दिया गया है। जब तक जांच पूरी नहीं होती
उनका वेतन भुगतान भी नहीं होगा।
-------- इन दस्तावेजों की जांच
शिक्षक भर्ती के मामले में को लेकर सभी शिक्षकों भर्ती को लेकर बीएसए
जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय की अनुमति, अनुमति के क्रम में कार्रवाई, राज्य
सरकार के जारी निर्देश, अखबारों में विज्ञापन (कितनी प्रसार संख्या वाले
अखबार में दिया गया है विज्ञापन), क्षेत्रीय अधिकारियों की रिपोर्ट व
नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों के शैक्षणिक अभिलेखों की जांच होगी।
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वेतन रोकने के निर्देश
लोलारक प्रसाद पांडेय ने मंझनपुर क्षेत्र के खोजवापुर विद्यालय में
प्रधानाध्यापक पद पर नियुक्ति शंकर दयाल ¨सह की जांच की मांग की थी। इसके
साथ ही उन्होंने जांच पूरी न होने तक इनके वेतन भुगतान पर रोक लगाने की भी
बात कही थी। उनकी शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एडी बेसिक ने सभी शिक्षकों
के वेतन भुगतान जांच न होने तक रोके जाने का
निर्देश दिया है।
कहते है अधिकारी
सभी शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर जांच की जा रही है। शिक्षकों से भी
इस संबंध में संपर्क किया जाएगा। तीन दिनों के अंदर जांच पूरी कर इसकी
रिपोर्ट एडी बेसिक को भेज दी जाएगी।
- अर¨वद कुमार, बीएसए कौशांबी
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