शिक्षामित्र ने इस मजबूरी में की आत्महत्या, सुसाइड नोट में विभाग की घूसखोरी और शोषण के लगाए गंभीर आरोप

कन्नौज. जिले में शिक्षाविभाग के अधिकारियों की प्रताड़ना से परेशान एक शिक्षामित्र ने आत्महत्या कर ली। सूचना मिलते ही सभी साथी शिक्षामित्र मित्रों में शोक की लहर दौड़ गई। शिक्षामित्र के शव के पास से एक सोसाइड नोट भी मिला है।
जिसमें अधिकारियों पर अतिरिक्त ड्यूटी दिए जाने की प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है। उसमे साफ़ लिखा है, कि उसकी मौत का जिम्मेदार शिक्षा विभाग है, इसके आलावा और कोई दूसरा नहीं है। शिक्षक की इस मौत से आक्रोशित सभी शिक्षक शिक्षा विभाग पर रोष प्रकट कर रहे है।

फांसी पर झूलकर की आत्महत्या

जनपद कन्नौज के छिबरामऊ तहसील क्षेत्र में प्राथमिक विद्यालय कसियापुर छिबरामऊ के शिक्षा मित्र पवन कुमार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसके पास से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर टार्चर करने का आरोप लगाया गया है। पवन की मौत की भनक लगते ही सभी साथी शिक्षामित्र सौ शैया अस्पताल छिबरामऊ में पहुंचे जहां पवन का शव रखा था। सुसाइड नोट के आलावा भी कुछ और मृतक के दस्तावेजों का जिक्र किया गया है।

अपने ही विभाग से था परेशान

दी गई जानकारी से यह साफ हो रहा है कि मृतक शिक्षक अपनी इस नौकरी से काफी परेशान था। जिससे वह नौकरी से तंग आकर आत्महत्या करने को मजबूर हुआ। बीएलओ ड्यूटी में गैर हाजिर होने पर उसके वेतन काटे जाने की कार्रवाई पर भी उसने अपने अच्चाधिकारियों से बीआरसी की शिकायत भी की थी। इसके बावजूद उसकी कोई सुनवाई नहीं की जा रही थी, और विभाग द्वारा उलटा उसे ही टार्चर कर परेशान किया जा रहा था।

ये लिखा था सुसाइड नोट में

मरने से पहले मृतक शिक्षामित्र पवन ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि मेरा घर में किसी से कोई झगड़ा नहीं हुआ है, और न ही वह मेरी मौत के जिम्मेदार हैं। हम अपनी नौकरी से तंग आ गए थे। मेरी मौत का कारण मेरा शिक्षा विभाग है। जो कि प्रभात कुमार एनपीआरसी और शैलेश मिश्रा बीआरसी और खंड शिक्षाधिकारी सुनील कुमार दुबे द्वारा गलत तरीके से बीएलओ में ड्यूटी जबरदस्ती कराने से और आये दिन टार्चर किये जाने पर हमने सुसाइड किया है। जब कि इसकी जानकारी जिलाधिकारी और बीएसए को दी थी। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

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