ऐसे में परीक्षा नियामक प्राधिकारी की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं, खास बात यह है कि टीईटी के लिए सबसे अधिक आवेदन करने वाले जिलों में प्रयागराज सबसे ऊपर है, उसके बाद भी डीआईओएस और जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण अभी तक परीक्षा केंद्रों की सूची फाइनल नहीं हो सकी है। प्रयागराज में 96 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने टीईटी के लिए आवेदन किया है। वहीं, रायबरेली व शाहजहांपुर जिलों ने भी चुप्पी साध रखी है।
इस बार रिकॉर्ड आवेदन : जनवरी में शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा प्रस्तावित है, ऐसे में इस बार टीईटी को लेकर अभ्यर्थियों में शुरू से आवेदन करने की होड़ मची। वहीं, बीएड डिग्री धारकों को प्राथमिक स्कूल की भर्ती में शामिल करने का निर्देश मिलने के बाद टीईटी के लिए आवेदकों की संख्या रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई है। टीईटी के लिए ऑनलाइन आवेदन करने वालों की तादाद 18 लाख से अधिक है। ऐसे में परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पर सभी जिलों में सकुशल परीक्षा कराना भी एक चुनौती है, परीक्षा की शुचिता बनाए रखने और नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए शासन की ओर से जिलों के डीएम व डीआईओएस को पहले ही निर्देश जारी किए गए हैं।