प्रयागराज : उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग यानि यूपीएचईएससी की ओर
से असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए प्रस्तावित दूसरी बड़ी परीक्षा भी
गड़बड़ी की भेंट चढ़ने की आशंका है। परीक्षा 15 दिसंबर को है और प्रवेश
पत्र जारी होने को लेकर अब भी अनिश्चितता है।
परीक्षा के निकट दिनों में प्रशासनिक नेतृत्व यानि सचिव कई दिनों से अवकाश पर हैं। यह स्थिति तब है जब लिखित परीक्षा की जिम्मेदारी यूपीएचईएससी ने पहली बार ली है और हजारों अभ्यर्थियों को इस परीक्षा का दो साल से इंतजार है।
विज्ञापन संख्या 47 के तहत अशासकीय महाविद्यालयों में 1150 असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती-2016 की पहले चरण की लिखित परीक्षा केवल प्रयागराज में ही होने और केंद्रों के निर्धारण के बावजूद प्रवेश पत्र को लेकर ऊहापोह कायम है। ओएमआर शीट की प्रतियों पर भी एक गंभीर सवाल उठा है कि शीट केवल दो प्रतियों में ही प्रिंट कराई गई है जबकि पालीवाल समिति ने ओएमआर शीट तीन प्रतियों में प्रिंट कराने की अनुशंसा की है। सूत्रों का कहना है कि डबल लॉक वाली एक प्रति नहीं छपवाई गई है। सबसे अहम यह कि परीक्षा के निकट दिनों में सचिव ही कई दिनों से छुट्टी पर हैं। ऐसे में परीक्षा की शुचिता पर सवाल उठने लगे हैं।
गौरतलब है कि विज्ञापन संख्या 46 के तहत लिखित परीक्षा कानपुर विश्वविद्यालय के माध्यम से हुई थी जिसमें करीब दो सौ ओएमआर शीट खाली जमा होने को लेकर परीक्षा विवादित हो गई थी। इस गड़बड़ी को निस्तारित किए बिना ही यूपीएचईएससी ने सभी विषयों में अभ्यर्थियों के साक्षात्कार कराकर 25 अगस्त, 2018 तक परिणाम भी जारी कर दिए। अब विज्ञापन संख्या 47 के तहत लिखित परीक्षा से पहले यूपीएचईएससी में तैयारियों को लेकर आपाधापी की स्थिति किसी गड़बड़ी की ओर इशारा कर रही है। इस मामले में प्रभारी सचिव डा. शिवजी मालवीय ने इतना ही कहा कि प्रवेश पत्र एक दो दिनों में जारी होंगे। अन्य मुद्दों के लिए उन्होंने अध्यक्ष से बात करने को कहा।
परीक्षा के निकट दिनों में प्रशासनिक नेतृत्व यानि सचिव कई दिनों से अवकाश पर हैं। यह स्थिति तब है जब लिखित परीक्षा की जिम्मेदारी यूपीएचईएससी ने पहली बार ली है और हजारों अभ्यर्थियों को इस परीक्षा का दो साल से इंतजार है।
विज्ञापन संख्या 47 के तहत अशासकीय महाविद्यालयों में 1150 असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती-2016 की पहले चरण की लिखित परीक्षा केवल प्रयागराज में ही होने और केंद्रों के निर्धारण के बावजूद प्रवेश पत्र को लेकर ऊहापोह कायम है। ओएमआर शीट की प्रतियों पर भी एक गंभीर सवाल उठा है कि शीट केवल दो प्रतियों में ही प्रिंट कराई गई है जबकि पालीवाल समिति ने ओएमआर शीट तीन प्रतियों में प्रिंट कराने की अनुशंसा की है। सूत्रों का कहना है कि डबल लॉक वाली एक प्रति नहीं छपवाई गई है। सबसे अहम यह कि परीक्षा के निकट दिनों में सचिव ही कई दिनों से छुट्टी पर हैं। ऐसे में परीक्षा की शुचिता पर सवाल उठने लगे हैं।
गौरतलब है कि विज्ञापन संख्या 46 के तहत लिखित परीक्षा कानपुर विश्वविद्यालय के माध्यम से हुई थी जिसमें करीब दो सौ ओएमआर शीट खाली जमा होने को लेकर परीक्षा विवादित हो गई थी। इस गड़बड़ी को निस्तारित किए बिना ही यूपीएचईएससी ने सभी विषयों में अभ्यर्थियों के साक्षात्कार कराकर 25 अगस्त, 2018 तक परिणाम भी जारी कर दिए। अब विज्ञापन संख्या 47 के तहत लिखित परीक्षा से पहले यूपीएचईएससी में तैयारियों को लेकर आपाधापी की स्थिति किसी गड़बड़ी की ओर इशारा कर रही है। इस मामले में प्रभारी सचिव डा. शिवजी मालवीय ने इतना ही कहा कि प्रवेश पत्र एक दो दिनों में जारी होंगे। अन्य मुद्दों के लिए उन्होंने अध्यक्ष से बात करने को कहा।