प्रयागराज : शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में कॉपी पर उम्दा अंकों से उत्तीर्ण भले ही महीनों बाद नियुक्ति पा सके हैं लेकिन, कॉपी पर फेल मिलने वाले तमाम अभ्यर्थी स्कूलों में अभी पढ़ा रहे हैं। उनमें से कुछ पुनमरूल्यांकन में उत्तीर्ण भी हो गए हैं।
इन अभ्यर्थियों की सूची तैयार हो रही है, जिस पर शासन को अंतिम निर्णय लेना है।
68500 शिक्षक भर्ती का परिणाम 13 अगस्त को आने के बाद मूल्यांकन पर गंभीर आरोप लगे थे। बवाल बढ़ने पर शासन ने प्रकरण की जांच उच्च स्तरीय समिति को सौंपी थी। समिति ने जांच में पाया कि 53 अभ्यर्थी सहायक अध्यापक पद पर चयनित हो चुके हैं लेकिन, कॉपी पर अंक तय कटऑफ से काफी कम हैं। खास बात यह है कि ये अभ्यर्थी उन 23 अभ्यर्थियों से अलग हैं, जो कॉपी पर अनुत्तीर्ण होते हुए चयनित हो गए और उन्हें जिला भी आवंटित कर दिया गया था। हालांकि बेसिक शिक्षा परिषद की तत्परता से वे नियुक्त नहीं हो पाए। शासन ने निर्देश दिया कि चयनित हो चुके और कॉपी पर अनुत्तीर्ण अभ्यर्थियों की कॉपी का भी दोबारा मूल्यांकन कराया जाए। उनकी कॉपी पुनमरूल्यांकन में एससीईआरटी में जांची जा चुकी हैं और रिपोर्ट परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को भेज दी गई।
इन अभ्यर्थियों की सूची तैयार हो रही है, जिस पर शासन को अंतिम निर्णय लेना है।
68500 शिक्षक भर्ती का परिणाम 13 अगस्त को आने के बाद मूल्यांकन पर गंभीर आरोप लगे थे। बवाल बढ़ने पर शासन ने प्रकरण की जांच उच्च स्तरीय समिति को सौंपी थी। समिति ने जांच में पाया कि 53 अभ्यर्थी सहायक अध्यापक पद पर चयनित हो चुके हैं लेकिन, कॉपी पर अंक तय कटऑफ से काफी कम हैं। खास बात यह है कि ये अभ्यर्थी उन 23 अभ्यर्थियों से अलग हैं, जो कॉपी पर अनुत्तीर्ण होते हुए चयनित हो गए और उन्हें जिला भी आवंटित कर दिया गया था। हालांकि बेसिक शिक्षा परिषद की तत्परता से वे नियुक्त नहीं हो पाए। शासन ने निर्देश दिया कि चयनित हो चुके और कॉपी पर अनुत्तीर्ण अभ्यर्थियों की कॉपी का भी दोबारा मूल्यांकन कराया जाए। उनकी कॉपी पुनमरूल्यांकन में एससीईआरटी में जांची जा चुकी हैं और रिपोर्ट परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को भेज दी गई।