गोरखपुर, जेएनएन। सरकारी हो या निजी, हर स्कूल की जानकारी आनलाइन करने
के लिए अब बेसिक शिक्षा विभाग के दफ्तर का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। यू डायस
सॉफ्टवेयर को अपडेट करने के बाद अब यू डायस प्लस लांच किया गया है। यह
रियल टाइम इंफार्मेशन का जमाना लेकर आया है। हर स्कूल के पास अपना यूजर
आइडी व पासवर्ड होगा, जिसकी सहायता से स्कूल प्रबंधन स्वयं अपनी सूचनाएं
अपलोड कर सकेंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश पर हर सरकारी व निजी स्कूल का एक यू डायस (यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफार्मेशन आन स्कूल एजुकेशन) कोड निर्धारित किया गया है। यही कोड उस स्कूल की पहचान होता है। अब तक स्कूल अपने यहां की समस्त जानकारी बेसिक शिक्षा विभाग तक पहुंचाते थे, वहां से सभी सूचनाओं को एकत्रित कर फीड कराया जाता था। एक बार जो सूचना आ गई, फिर अगले साल ही उसमें बदलाव संभव था। विभिन्न स्तरों पर गुजरते हुए स्कूल का रिपोर्ट कार्ड जब तैयार होता था, तब तक सूचना करीब दो साल पुरानी हो जाती थी।
विद्यालय के बारे में खुद अपलोड करेंगे प्रबंधन
बेसिक शिक्षा विभाग के एमआइएस इंचार्ज अभिषेक पांडेय के अनुसार यू डायस को अपडेट कर यू डायस प्लस बनाया गया है। यदि कोई शिक्षक स्कूल से जाता है या नया शिक्षक आता है तो जानकारी अपडेट हो सकेगी। खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से सभी निजी स्कूलों को यूजर आइडी पासवर्ड दिया जाएगा। परिषदीय स्कूलों की सूचना ब्लॉक से भरी जाएगी। इसके अलावा हर स्कूल की जीआइएस (जियोग्राफिक इंफार्मेशन सिस्टम) मैपिंग भी हो सकेगी, जिससे स्कूल का लोकेशन आसानी से जाना जा सकेगा। इन सूचनाओं का थर्ड पार्टी वेरीफिकेशन भी कराया जा सकेगा। नई प्रणाली को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग में खंड शिक्षा अधिकारियों, हर ब्लाक के प्रतिनिधि शिक्षक, कंप्यूटर आपरेटर, एकाउंटेंट आदि का प्रशिक्षण भी कराया गया है।
हो चुका है प्रशिक्षण
इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह का कहना है कि यू डायस प्लस पर सभी स्कूल स्वयं अपनी सूचनाएं अपलोड कर सकेंगे। इसको लेकर संबंधित लोगों को ट्रेनिंग दी गई है।
primary ka master, primary ka master current news, primarykamaster, basic siksha news, basic shiksha news, upbasiceduparishad, uptet
Originally published by https://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश पर हर सरकारी व निजी स्कूल का एक यू डायस (यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफार्मेशन आन स्कूल एजुकेशन) कोड निर्धारित किया गया है। यही कोड उस स्कूल की पहचान होता है। अब तक स्कूल अपने यहां की समस्त जानकारी बेसिक शिक्षा विभाग तक पहुंचाते थे, वहां से सभी सूचनाओं को एकत्रित कर फीड कराया जाता था। एक बार जो सूचना आ गई, फिर अगले साल ही उसमें बदलाव संभव था। विभिन्न स्तरों पर गुजरते हुए स्कूल का रिपोर्ट कार्ड जब तैयार होता था, तब तक सूचना करीब दो साल पुरानी हो जाती थी।
विद्यालय के बारे में खुद अपलोड करेंगे प्रबंधन
बेसिक शिक्षा विभाग के एमआइएस इंचार्ज अभिषेक पांडेय के अनुसार यू डायस को अपडेट कर यू डायस प्लस बनाया गया है। यदि कोई शिक्षक स्कूल से जाता है या नया शिक्षक आता है तो जानकारी अपडेट हो सकेगी। खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से सभी निजी स्कूलों को यूजर आइडी पासवर्ड दिया जाएगा। परिषदीय स्कूलों की सूचना ब्लॉक से भरी जाएगी। इसके अलावा हर स्कूल की जीआइएस (जियोग्राफिक इंफार्मेशन सिस्टम) मैपिंग भी हो सकेगी, जिससे स्कूल का लोकेशन आसानी से जाना जा सकेगा। इन सूचनाओं का थर्ड पार्टी वेरीफिकेशन भी कराया जा सकेगा। नई प्रणाली को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग में खंड शिक्षा अधिकारियों, हर ब्लाक के प्रतिनिधि शिक्षक, कंप्यूटर आपरेटर, एकाउंटेंट आदि का प्रशिक्षण भी कराया गया है।
हो चुका है प्रशिक्षण
इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह का कहना है कि यू डायस प्लस पर सभी स्कूल स्वयं अपनी सूचनाएं अपलोड कर सकेंगे। इसको लेकर संबंधित लोगों को ट्रेनिंग दी गई है।
primary ka master, primary ka master current news, primarykamaster, basic siksha news, basic shiksha news, upbasiceduparishad, uptet
Originally published by https://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/