बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री का बयान : शिक्षकों का ट्रान्सफर अक्टूबर से, शिक्षकों को दी जाएगी उनके गांव के बगल तक तैनाती की सुविधा

बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री का बयान : शिक्षकों का ट्रान्सफर अक्टूबर से, शिक्षकों को दी जाएगी उनके गांव के बगल तक तैनाती की सुविधा

शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी बोले- यूपी में शिक्षकों का ट्रांसफर अक्टूबर से

मंत्री सतीश द्विवेदी (Minister Satish Dwivedi) ने कहा कि इस बार ट्रांसफर की प्रक्रिया में शिक्षकों को उनके गांव के बगल तक तैनाती की सुविधा दी जाएगी.

HIFZUR RAHMAN | News18 Uttar Pradesh |September 2, 2019, 1:57 PM IST


बेसिक शिक्षा (Basic Education) राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी (Minister Satish Dwivedi) ने सोमवार को कहा कि प्रदेश में वर्षों से रुकी शिक्षकों की ट्रांसफर (Teachers Transfer) प्रक्रिया इसी साल अक्टूबर से शुरू होगी. बस्ती में मीडिया से बातचीत में मंत्री ने कहा कि ट्रांसफर में किसी भी प्रकार की शिकायत या गड़बड़ी न हो इसलिए पूरी व्यवस्था में पारदर्शिता बरती जाएगी.
मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि इस बार ट्रांसफर की प्रक्रिया में शिक्षकों को उनके गांव के बगल तक तैनाती की सुविधा दी जाएगी. इतना ही नहीं 5 साल पर होने वाले ट्रांसफर की व्यवस्था को 3 साल किया जाएगा. महिलाओं को एक साल पर ही ट्रांसफर की सुविधा उपलब्ध होगी. मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार शिक्षाकों को सारी सुविधा देने के लिए तैयार हैं.
मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रेरणा एप के माध्यम से शिक्षकों की छुट्टी ऑनलाइन करने की व्यवस्था की जा रही है. 1.6 करोड़ बच्चों की सुरक्षा, संरक्षा के लिए सरकार एक जिम्मेदार कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि प्ररेणा एप को लेकर शिक्षकों को विरोध नहीं करना चाहिए.

प्रेरणा एप का शिक्षक कर रहे हैं विरोध
दरअसल आगामी 5 सितंबर से यूपी में शिक्षकों को प्रेरणा एप के माध्यम से हाजिरी लगानी होगी. अब इसका असर भी शिक्षकों में देखने को मिल रहा. अभी तक गैर शिक्षण कार्यों में जुटे शिक्षकों, शिक्षा मित्रों व अनुदेशकों को उनके संबंधित स्कूलों से संबद्ध करने का आदेश जारी हो चुका है. लिहाजा कार्यालय से संबद्ध होकर मौज काट रहे शिक्षकों के माथे पर शिकन देखने को मिल रही है. लिहाजा कई शिक्षक संगठन इस एप में खामियां बताकर इसका विरोध कर रहे हैं. दरअसल, तमाम शिक्षक दूरदराज के विद्यालयों में नियुक्ति तो लेते हैं, लेकिन वे उन स्कूलों में शिक्षण कार्य करना पसंद नहीं करते हैं. इसमें अनुदेशक व शिक्षा मित्र भी पीछे नहीं है. इससे दूरदराज के विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था सुदृढ़ नहीं हो पा रही थी. लिहाजा सरकार ने ऑनलाइन मोनिटरिंग के लिए प्रेरणा एप बनाया है. अब 5 सितंबर से सभी शिक्षकों को इस एप के जरिए फोटो शेयर कर हाजिरी लगानी होगी. इतना ही नहीं प्रतिदिन छात्रों की संख्या भी फोटो के साथ शेयर करनी होगी.
साभार-news18 हिंदी