ऐसे भी शिक्षक हैं जिनको एंड्राइड मोबाइल चलाना नहीं आता है। उन्हें सिर्फ फोन लगाना और उठाना जानते हैं,उन्हें एन्ड्रायड फोन सीखने से घबराते और डरते हैं।
वे शिक्षक समय से पूर्व स्कूल भी जाते हैं और स्कूल बंद होने के दस मिनट बाद घर आते हैं। लेकिन प्रेरणा एप के विषय में सुनकर वे काफी चिंतित हैं और ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रहें हैं जो कि आकर समय से उनका फोटो खींचकर प्रेरणाएप पर समय से अपलोड कर दे। माथे पर चिंता की लकीरें स्पष्ट हैं। किंतु ऐसे अध्यापकों को प्रेरणाएप के विरोध को सभी नजरअंदाज कर मजाक बना रहे हैं|
सरकार को प्रेरणा एप सराहनीय कदम है किंतु इसके लिए एक आपरेटर की नियुक्ति करनी चाहिए ताकि एक साथ सभी के फोटो समय से अपलोड कर सके|
वे शिक्षक समय से पूर्व स्कूल भी जाते हैं और स्कूल बंद होने के दस मिनट बाद घर आते हैं। लेकिन प्रेरणा एप के विषय में सुनकर वे काफी चिंतित हैं और ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रहें हैं जो कि आकर समय से उनका फोटो खींचकर प्रेरणाएप पर समय से अपलोड कर दे। माथे पर चिंता की लकीरें स्पष्ट हैं। किंतु ऐसे अध्यापकों को प्रेरणाएप के विरोध को सभी नजरअंदाज कर मजाक बना रहे हैं|
सरकार को प्रेरणा एप सराहनीय कदम है किंतु इसके लिए एक आपरेटर की नियुक्ति करनी चाहिए ताकि एक साथ सभी के फोटो समय से अपलोड कर सके|