सीतापुर। यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार और अधिक सख्ती बरती जाएगी। सभी
परीक्षा केंद्र ऑनलाइन एक साथ जुड़ेंगे। राउटर के जरिये केंद्रों को एक
सूत्र में पिरोया जाएगा। इससे अफसर कंट्रोल रूम से ही हर परीक्षार्थी पर
नजर रख सकेंगे। इसकी शुरुआत फरवरी से शुरू हो रही बोर्ड परीक्षा में होगी।
सचल दलों की व्यर्थ की भागदौड़ भी बचेगी। परीक्षा में बैठने वाले करीब 90
हजार विद्यार्थियों पर पैनी नजर रहेगी। माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं व
12वीं की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी से शुरू हो रही है। पिछले बरस उन्हीं
कॉलेजों को केंद्र बनाया गया था, जिनके यहां सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था।
बिना सीसीटीवी के किसी भी कॉलेज को केंद्र नहीं बनाया गया था। इससे काफी हद तक नकल पर लगाम लगी थी। इस बार और सख्ती बरती जाएगी। परीक्षा केंद्रों पर राउटर लगाए जाएंगे। यह केंद्र इंटरनेट से जुड़ जाएंगे। डीआईओएस कहीं से भी परीक्षा केंद्र की ऑनलाइन मॉनीटरिंग कर सकेंगे।
डीआईओएस कार्यालय में एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इस कंट्रोल रूम के जरिए सभी केंद्रों पर नजर रखी जाएगी। इससे परीक्षा के दौरान होने वाली अनियमितता पर अंकुश लगेगा। सचल दलों को व्यर्थ की भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी।
परीक्षा केंद्र बनाने की चल रही तैयारी
जिले में माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधीन 403 विद्यालय संचालित हो रहे है। इसमें 295 वित्तविहीन माध्यमिक कॉलेज है। 54 राजकीय व 54 सहायता प्राप्त इंटर कॉलेज है।
इन सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगे है। इसके अलावा परीक्षा केंद्र बनने के लिए सभी कॉलेजों ने मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ऑनलाइन अपलोड कर दी है। इस समय परीक्षा केंद्र बनाने की तैयारी चल रही है।
राउटर वाले केंद्रों को मिलेगी प्राथमिकता
यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्र बनाने की प्रक्रिया चल रही है। माध्यमिक शिक्षा विभाग का कहना है कि परीक्षा केंद्र बनाने में उन कॉलेजों को प्राथमिकता मिलेगी, जहां पर राउटर लगा हुआ होगा। राउटर वाले कॉलेज पहले केंद्र बनाए जाएंगे। उसके बाद इसे अनिवार्य कर दिया जाएगा।
बिना सीसीटीवी के किसी भी कॉलेज को केंद्र नहीं बनाया गया था। इससे काफी हद तक नकल पर लगाम लगी थी। इस बार और सख्ती बरती जाएगी। परीक्षा केंद्रों पर राउटर लगाए जाएंगे। यह केंद्र इंटरनेट से जुड़ जाएंगे। डीआईओएस कहीं से भी परीक्षा केंद्र की ऑनलाइन मॉनीटरिंग कर सकेंगे।
डीआईओएस कार्यालय में एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इस कंट्रोल रूम के जरिए सभी केंद्रों पर नजर रखी जाएगी। इससे परीक्षा के दौरान होने वाली अनियमितता पर अंकुश लगेगा। सचल दलों को व्यर्थ की भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी।
परीक्षा केंद्र बनाने की चल रही तैयारी
जिले में माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधीन 403 विद्यालय संचालित हो रहे है। इसमें 295 वित्तविहीन माध्यमिक कॉलेज है। 54 राजकीय व 54 सहायता प्राप्त इंटर कॉलेज है।
इन सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगे है। इसके अलावा परीक्षा केंद्र बनने के लिए सभी कॉलेजों ने मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ऑनलाइन अपलोड कर दी है। इस समय परीक्षा केंद्र बनाने की तैयारी चल रही है।
राउटर वाले केंद्रों को मिलेगी प्राथमिकता
यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्र बनाने की प्रक्रिया चल रही है। माध्यमिक शिक्षा विभाग का कहना है कि परीक्षा केंद्र बनाने में उन कॉलेजों को प्राथमिकता मिलेगी, जहां पर राउटर लगा हुआ होगा। राउटर वाले कॉलेज पहले केंद्र बनाए जाएंगे। उसके बाद इसे अनिवार्य कर दिया जाएगा।