69 हजार शिक्षक भर्ती से संबंधित टीम रिजवान की अतिमहत्वपूर्ण पोस्ट

प्रयागराज खण्डपीठ एवं लखनऊ खण्डपीठ का रोस्टर कॉन्स्टिट्यूशन का इवेंट अभी चेंज नही हुआ*

ये आमतौर पर देखा जाता है कि जब भी कोई लम्बा अवकाश होता है तो मा0 चीफ जस्टिस (मास्टर ऑफ रोस्टर) लखनऊ एवं प्रयागराज खण्डपीठ का रोस्टर चेंज करते हैं। जो कि उनकी स्वयं की एक विशेष शक्ति है। इस प्रोसेस में न  तो किसी का हस्तक्षेप होता और न ही दबाव।


मा0 जस्टिस इरशाद अली प्रयागराज खण्डपीठ की कोर्ट नम्बर-65 में 06 जनवरी को बैठेंगे। इसके पहले 2 व 3 जनवरी को मा0 जस्टिस विवेक कुमार सिंह पीठासीन हैं। 06 जनवरी के बाद कोई कॉज लिस्ट अपडेट नही हुई। मा0 जस्टिस इरशाद अली का प्रयागराज खण्डपीठ में बैठना पूर्णतया अस्थाई है। वो जल्द से जल्द कभी भी लखनऊ खण्डपीठ में आ जाएंगे। बताते चलें कि 69000 शिक्षक भर्ती केस का निस्तारण मा0जस्टिस पंकज जायसवाल और मा0 जस्टिस इरशाद अली ही करेंगे। न तो शुरू से सुनवाई होगी और न ही पूर्व की प्रोसिडिंग छूटेगी। आप लोग कतई भृमित न हो। अब तक हुई सुनवाइयों की प्रोसिडिंग रिकॉर्डेड है।

अब इस प्रोविजनली चेंजमेंट को भी जो लोग टीम रिज़वान अंसारी की देन बता रहें हैं तो वो सिर्फ पूर्वाग्रह से ग्रसित के अलावा कुछ नहीं। ऐसा कहकर वो खुद ही हंसी का पात्र बन रहे हैं।

टीम को न्यायालय पर पूर्ण विश्वास है कि हमे हमारा नैसर्गिक अधिकार अवश्य मिलेगा। ये हम नही अपितु भारतीय संविधान की मूल आत्मा कह रही है। न्यायपालिका भारतीय संविधान की सरंक्षक होती है। टीम को मा0न्यायालय और भारतीय संविधान पर पूर्ण विश्वास है। न तो टीम की बेजोड़ तैयारी व्यर्थ जाएगी और न ही आप सभी का अमूल्य सहयोग।

*★लड़ने वाले ही जीतते हैं।*

®टीम रिज़वान अंसारी।।