गाजीपुर में तीन फर्जी शिक्षक मिले, बीएसए के फर्जी हस्ताक्षर से पाई नौकरी

जिले में तीन शिक्षक बीएसए के फर्जी हस्ताक्षर से समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित स्कूलों में नौकरी पा गए। नियुक्ति पाने के बाद समाज कल्याणविभाग के स्कूलों में दो साल से शिक्षक पढ़ाते रहे। इन सभी के नियुक्ति पत्रों पर तत्कालीन बेसिक शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार यादव के हस्ताक्षर हैं, जिन्हें दो साल बाद
जांच में फर्जी बताया गया है। बीएसए ने समाज कल्याण अधिकारी को पत्र भेजकर कार्रवाई को कहा तो विभाग के अधिकारी मौन साधकर बैठ गए। जांच में 2018 में नियुक्त हुए तीन शिक्षकों के पत्र पर तत्कालीन बीएसए 

अशोक कुमार यादव के हस्ताक्षर जाली पाए गए। यह अध्यापक समाज कल्याण विभाग से संचालित नोनहरा स्थित प्राइमरी पाठशाला में तैनात सतीश यादव, जमानियां के अनुसुचित जाति प्राथमिक विद्यालय में रितेश कुमार यादव और रामपुर कुकुढ़ा में भानुप्रसाद गुप्ता हैं। विभाग से अनुमति मांगी गई तो जांच में नियुक्ति प्रक्रिया के सत्यापन पर तीनों अध्यापकों की नियुक्ति फर्जी मिली। पिछले सप्ताह अध्यापकों के पत्रावलियों की जांच करने और दो वर्ष के भीतर प्रबंधकीय बोर्ड से संचालित विद्यालयों में नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों की जांच में. तीनों की नियुक्ति फर्जी पाई गई। समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि नियुक्त प्रक्रिया में बेसिक शिक्षा विभाग की भूमिका होती है। इन शिक्षकों व प्रबंधकों पर कार्रवाई के लिए उप सचिव को बताया गया है।