संक्रमित मरीज होने के बाद परिवार के सदस्य बात करने को तरस रहे थे तथा हालचाल भी नहीं जान पा रहे थे। अब कोरोना इसके लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम में शिक्षकों को बैठाया गया । शिक्षक रोजानामरीजों से फोन पर बात करेंगे और जानकारी नोट करेंगे। फिर
परिवार के सदस्यों व मरीज को एक दूसरे के बारे में जानकारी देंगे। गुरुवार को डीएम कुमार प्रशांत ने एडीएम वित्त एवं राजस्व नरेंद्र बहादुर के साथ इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक की। डीएम ने सीएमओ डॉ. यशपाल सिंह को निर्देश दिए कि सर्विलांस चिकित्सा टीम समय से निर्धारित प्रारूप पर किए गए कार्यों की डिटेल उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम में वॉलिंटियर्स की ड्यूटी लगाई जाए तथा शिक्षक यहां बैठेंगे।
उनका कार्य होगा कि एल-1, एल- 2 में के भर्ती मरीजों से फोन पर वार्ता कर खांसी, जुकाम, कफ एवं तापमान
जानकारियां लें। इसके बाद वह संबधित मरीज के परिवार सदस्यों को फोन करेंगे। परिवार वालों को बताएंगे कि मरीज का कैसा स्वास्थ्य है स्वास्थ्य में क्या दिक्कत है और उपचार क्या चल रहा है। जिससे परिवार के सदस्यों संतुष्ट रह सकें और परेशान न हों।
मरीजों का डाटा ऑनलाइन फीड होगा
इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल रूम में कोरोना की सभी डिटेल बोर्ड पर दर्ज रहे। मरीजों का डाटा यही पर ऑनलाइन पोर्टल पर फीड होता रहे। इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम, सर्विलांस और कान्टेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान रखा जाए । डोर टू डोर सर्वे और कांटेक्ट ट्रेसिंग में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
शिफ्ट किया गया कंट्रोल रूम
इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल रूम अब एडीएम प्रशासन की बिल्डिंग में छत पर खाली पड़े कक्ष में शिफ्ट किया गया है। अब वहां दो कक्षों में टीम कंट्रोल रूम आसानी से चला सकेंगे। वहीं यहीं से जिले भर को रवाना होने वाली टीमें भी जाएंगी।
इस नंबर पर करें कॉल कोरोना महामारी में कलेक्ट्रेट स्थित
इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम खोला है। जिसका फोन नम्बर 05832 266114 है इस पर लोग कोरोना महामारी संबधित शिकायत कर पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।