सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 साल करे

कांग्रेस विधान मण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा पत्रविशेष संवाददाता-राज्य मुख्यालयकांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं की महत्वपूर्ण उपयोगिता को देखते हुए उनकी सेवानिवृत्ति आयु 65 साल निर्धारित करने की मांग की है।उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि पूर्व 

प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी ने 1975 में समन्वित बाल विकास परियोजना की शुरुआत की थी, जिससे 0 से 6 साल के बच्चे, गर्भवती महिलाओं एवं किशोरियों के स्वास्थ्य की देखभाल एवं उनका पोषण हो सके। इसके लिए आंगनवाड़ी केन्द्रों की स्थापना और उसके संचालन के लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्री / मिनी कार्यकत्री व सहायिकाओं की मानदेय पर नियुक्ति की गई।उन्होंने कहा है कि 2013 में उच्च न्यायालय में इनकी 65 वर्ष में सेवानिवृत्ति का शपथ पत्र दिया गया था। केंद्र सरकार के अवर सचिव ने भी 65 वर्ष में सेवानिवृत्त किए जाने का प्रस्ताव दिया लेकिन विशेष सचिव ने 22 जुलाई 2020 को 62 साल में सेवानिवृत्त करने का आदेश दिया है। जिसके बाद कई को सेवानिवृत्त कर दिया गया है और अन्य पर दबाव डाला जा रहा है और परेशान किया जा रहा है।उन्होंने कहा है कि इस समय प्रदेश में 3 लाख 54 हजार 259 आंगनबाड़ी,मिनी आंगनबाड़ी व सहायिका कार्यरत हैं । कई आंगनवाड़ी केन्द्रों पर पद रिक्त है और एक- एक आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री को दो- दो या तीन- तीन केन्द्रों का प्रभार दिया गया है, ऐसी स्थिति में केन्द्र संचालन में भी बाधा आ रही है।।