प्रयागराज : पहले बीटीसी और अब डीएलएड की संमंस्टर परीक्षाओं में नकल व पेपर आउट सिलसिला थम नहीं रहा है। बीटीसी की वार्षिक परीक्षाएं पहले राजकीय व एडेड माध्यमिक कालेजों में ही होती थीं, लेकिन बाद में यह परीक्षा निर्जी कालजों व डायट पर कराई जाने लगी।
इसमें नकल की बहुतायत शिकायतें मिलीं, तब फिर परीक्षा राजकीय और एडेंड माध्यमिक कालेजों को सॉपी गई, ताकि नकल पर प्रभावी अंकुश लगे। असल में, प्रशिश्लु उम्दा अंक पाने की ललक में नकल व पेपर लीक करने का सहारा ले रहे हैं, क्योंकि शिक्षक भर्ती की मेरिंट में प्रशिक्षण के भी अंक जोड़े जाते हैं। संयोग है कि करीब इतनी अवधि पहले ही परीक्षा कंद्रों पर पेपर पहुंचता है। प्रयागराज के राजकीय इंटर कालेज से चार नवंबर को अभ्यर्थी ज्योति और उसके भाई राहुल मौर्य को पकड़ा गया था, क्योंकि उसके मोबाइल पर हल पेपर मिला था। अब पर्रक्षा केंद्र पर स्मार्टफोन ले जाने पर रोक लग गई है।