अन्तर्जनपदीय प्रकरण में दिव्या के माॅडिफिकेशन पर सुनवाई करते हुए बेंच ने गवर्नमेंट से पूंछा आप को इतनी जल्दी क्यों हैं ट्रान्सफर की, फिर उन्होंने सीएससी से कहा कि हम अपर मुख्य सचिव से पूछना चाहते हैं या जो भी जिम्मेदार हो। उस पर सीएससी ने कहा कि हमारी लिस्ट तैयार हैं और सारी डिटेल डीजीएसई बतायेंगे।
वहीं आनरेबल यशवंत वर्मा की बेंच में म्यूचुअल ट्रान्सफर पर अधिवक्ता श्री Navin Sharma जी ने सुरेखा के मुकदमे को हटा लिया था लेकिन थोड़ी देर बाद बरेली से अदिति शर्मा का मुकदमा इसी मुद्दे पर आया। जिस पर कोर्ट ने सुरेखा के मुकदमे को भी काल कर लिया, जहाँ सीएससी ने बताया कि हम दिव्या के जजमेंट पर माॅडिफिकेशन में गये हैं। यह सुनने के बाद कोर्ट ने एएजी को कल बुला लिया हैं।
आज हुई सुनवाई से यह पता चलता हैं कि ट्रान्सफर हो या न हो लेकिन अध्यापकों के लिये जल्द ही लम्बे-चौड़े इन्सट्रक्शन आ सकते हैं।
कुल मिलाकर न्यायपालिका और सरकार के अधिवक्ताओ का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुःखद है