प्रयागराज : डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) बैक पेपर में अधिकांश प्रशिक्षु चौथा मौका न मिलने से निराश हैं। कहा है कि करीब दस हजार प्रशिक्षुओं के प्रत्यावेदन में लगभग दो हजार को ही मौका दिया जाना न्यायसंगत नहीं है। इसे भेदभाव की संज्ञा देकर प्रशिक्षुओं ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर आनलाइन शिकायत दर्ज कराई है।
कहा है कि स्टेट काउंसिल आफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) और परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) के बीच प्रशिक्षु उलझे हुए हैं। डीएलएड संघ के अध्यक्ष रजत सिंह ने कहा है कि प्रत्यावेदन देने वाले सभी प्रशिक्षुओं को चौथा मौका न देकर उनके साथ खिलवाड़ किया गया है। एससीईआरटी निदेशक द्वारा तीसरे और चौथे सेमेस्टर वाले प्रशिक्षुओं को बैक पेपर में चौथा मौका दिए जाने के निर्णय का उन्होंने स्वागत तो किया, लेकिन कहा कि पोर्टल पर करीब दो हजार प्रशिक्षुओं की ही सूची होने से बाकी को झटका लगा है। वह बताते हैं कि एससीईआरटी की ओर से बताया जाता है कि सूची पीएनपी कार्यालय को भेज दी गई है, जबकि पीएनपी में बताया जाता है कि जितने प्रशिक्षुओं की सूची पोर्टल पर उपलब्ध कराई गई थी, उन्हें बैक पेपर परीक्षा में सम्मिलित किया गया है। पीएनपी से राहत नहीं मिलने पर प्रशिक्षुओं ने एससीईआरटी और मुख्यमंत्री से शिकायत की है।