लखनऊ : झांसी जिले में सहायक अध्यापक अंग्रेजी के साथ ही चार अन्य शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति सामने आ चुकी है । कूटरचित नियुक्ति पत्र तैयार करके प्रदेश के अन्य जिलों में भी ऐसी नियुक्तियां होने का अंदेशा है।
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने राजकीय हाईस्कूल व इंटर कालेजों में तैनात होने वाले सभी अभ्यर्थियों का नियुक्तिपत्र व शैक्षिक अभिलेख नए सिरे से जांचने का आदेश दिया है। दो साल में 7001 एलटी ग्रेड शिक्षक व प्रवक्ताओं की नियुक्तियां कालेजों में हुई हैं ये सभी अब जांच के दायरे में हैं।राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में 2020 से लोकसेवा आयोग उत्तर प्रदेश की ओर से सीधी भर्ती के माध्यम से एलटी ग्रेड शिक्षक व प्रवक्ताओं का चयन हो रहा है। चयनितों को एनआइसी के माध्यम से आनलाइन नियुक्ति पत्र जारी किए जाते रहे हैं। पहले चरण में 23 अक्टूबर 2020 को, दूसरे चरण में 19 जनवरी 2021 को, तीसरे में 12 अगस्त 2021 व चौथे चरण में छह जनवरी 2022 को आनलाइन नियुक्तिपत्र जारी हुए। जिला विद्यालय निरीक्षकों को कार्यभार ग्रहण कराने के संबंध में निर्देश दिया गया कि लागइन पर उपलब्ध नियुक्तिपत्र से मिलान कराने के बाद ही ज्वाइन कराया जाए। निदेशालय स्तर से प्रधानाचार्य या प्रधानाध्यापक को सीधे ज्वाइन कराने का निर्देश नहीं दिया गया, बल्कि डीआइओएस की अनुमति के बाद कार्यभार ग्रहण कराने का आदेश है। झांसी में निर्देशों की अनदेखी करके प्रधानाध्यापकों ने ही ज्वाइन करा दिया।