बुलंदशहर, परिषदीय जूनियर स्कूलों में पढ़ा रहे प्रधानाध्यापकों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है। ऑनलाइन के चक्कर में इनका वेतन फंसा हुआ है और विभाग अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं ले सका है। वेतन न मिलने के कारण शिक्षक काफी परेशान हैं। प्रधानाध्यापक अब आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। वेतन निकालने के लिए उन्होंने बीएसए को ज्ञापन सौंपा है।
बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ा रहे प्रधानाध्यापकों का वेतन काफी समय से ऑफलाइन निकल रहा है। गत दिनों शासन ने आदेश जारी कर इनके वेतन को ऑनलाइन निकालने के लिए आदेश दिए थे। मगर अभी तक इस प्रक्रिया को पूरा नहीं किया गया है और शिक्षकों का वेतन रूक गया है। प्रधानाध्यापक आदित्य कुमार ने बताया कि जून, जुलाई और अगस्त माह का उनका वेतन अभी तक नहीं आया है, जिसके कारण शिक्षकों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि जिले में करीब 300 शिक्षक ऐसे हैं जो वेतन के लिए तीन माह से तरस रहे हैं। पूर्व में इन शिक्षकों की पदोन्नति हुई थी तो तभी से वेतन ऑफलाइन निकल रहा है। बीएसए व लेखाधिकारी को भी इसके बारे में कई अवगत करा दिया गया है मगर अभी कोई सुनवाई नहीं है। उन्होंने बताया कि यदि अब अगले माह वेतन नहीं निकलता है तो बीएसए कार्यालय का घेराव होगा। ज्ञापन देने वालों में सुरेंद्र कुमार, बृजेश कुमारी, आयशा, सुरेंद्र यादव, नूर मौहम्मद, विनोद कुमार, उदयवीर, संतराम सिंह, निर्मला शर्मा, विनोद कुमार व अन्य मौजूद रहे।