प्रयागराज। परिषदीय प्राथमिक स्कूलों की सहायक अध्यापक भर्ती से बीएड डिग्रीधारियों को बाहर करने के विवाद के बीच यूपीटीईटी 2021 का परिणाम घोषित होने के पांच महीने बाद परीक्षा में सफल डीएलएड अभ्यर्थियों को प्रमाणपत्र वितरित करने की तैयारी है।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में प्रमाणपत्र छपकर आ चुके हैं। सितंबर अंत तक डायट को वितरण के लिए भेजे जाएंगे। सूत्रों के अनुसार डायट प्राचार्यों को यह निर्देश दिया जा रहा है कि जब तक हाईकोर्ट का फैसला न आ जाए तब तक बीएड अभ्यर्थियों को प्रमाणपत्र न दिया जाए। राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश को आधार बनाते हुए बीएड वालों को प्राथमिक स्तर की टीईटी का प्रमाणपत्र जारी नहीं करने के लिए प्रतीक मिश्र समेत चार अन्य डीएलएड प्रशिक्षुओं ने हाईकोर्ट में याचिका की है, जो विचाराधीन है। एनसीटीई और राज्य सरकार की ओर से हाईकोर्ट में जवाब लगाया जा चुका है। शिक्षक भर्ती के लिए टीईटी का प्रमाणपत्र अनिवार्य है। इसलिए डीएलएड प्रशिक्षु नहीं चाहते की प्रमाणपत्र बीएड अभ्यर्थियों को वितरित किया जाए। एनसीटीई ने 28 जून 2018 को अधिसूचना जारी कर बीएड अभ्यर्थियों को शिक्षक भर्ती में मान्य कर लिया था।
6.60 लाख पास
प्रयागराज। आठ अप्रैल को घोषित टीईटी के परिणाम में 6.60 लाख अभ्यर्थी पास हुए थे। 21 जनवरी को आयोजित प्राथमिक स्तर की टीईटी के लिए पंजीकृत 12,91,628 अभ्यर्थियों में से 11,47,090 परीक्षा में सम्मिलित हुए और उनमें से 4,43,598 (38.67 या 39 प्रतिशत) पास थे। उच्च प्राथमिक स्तर की टीईटी के लिए पंजीकृत 8,73,553 अभ्यर्थियों में से 7,65,921 परीक्षा में सम्मिलित हुए। इनमें से 2,16,994 (28.33 या 28 प्रतिशत) पास हुए थे।