प्रयागराज। आगरा विश्वविद्यालय की वर्ष 2005 की फर्जी और टेम्पर्ड बीएड डिग्री के आधार पर परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में नौकरी पाने वाले शिक्षकों की याचिका सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने 16 सितंबर को कई जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर याचिका में शामिल ऐसे शिक्षकों की सूचना मांगी है जिनका नाम एसआईटी की ओर से उपलब्ध कराई गई संशोधित सीडी में फर्जी या टेम्पर्ड की श्रेणी में नहीं हैं।