बाराबंकी। शिक्षक भर्ती में काउंसिलिंग के लिए पहुंचे कुछ अभ्यर्थियों को मायूस होना पड़ा। कई अभ्यर्थी ऐसे थे, जिनके आवेदन एक के बजाय कई जिलों से होने का पता चला। ऐसे में उनकी काउंसिलिंग यह कहते हुए रोक दी गई कि, यदि वास्तव में उन्होंने एक जिले से आवेदन किया है तो वह अन्य जिलों से प्रदर्शित हो रहे आवेदनों को
लेकर साइबर क्राइम का केस दर्ज कराएं और उसकी एफआईआर कापी काउंसिलिंग के आवेदन के साथ लगाएं। शुक्रवार को हो रही काउंसिलिंग में जब कई जगह से आवेदन करने वाले अभ्यर्थी काउंसिलिंग से रोके गए तो कई ने हंगामा कर दिया। हालांकि बीएसए ने उन्हें समझा कर शांत कराया और पूरी जानकारी दी। जिसके बाद काउंसिलिंग हुई। हालांकि विवाद के चलते 74 की जगह सिर्फ 25 अभ्यर्थियों की ही काउंसिलिंग हो सकी।साल 2016 में 12460 शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन दिए गए थे। वर्ष 2017 में काउंसिलिंग कराई गई थी। उसके बाद यह मामला हाईकोर्ट चला गया था। अब हाईकोर्ट ने काउंसलिंग कराने वाले अभ्यर्थियों की नियुक्ति के आदेश दिए हैं। इसीलिए दोबारा काउंसिलिंग कराई जा रही है। शुक्रवार को जिले के 74 शिक्षकों की काउंसिलिंग बड़ेल स्थित बीआरसी में सुबह 10 बजे बीएसए संतोष देव पांडेय की देखरेख में शुरू हुई। कई जिलों से आवेदन करने वालों को काउंसिलिंग के लिए रोक दिया गया। ऐसे में कई अभ्यार्थियों ने मनमानी का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया और कहा कि चयन सूची में नाम दिए जाने के बाद भी उन्हें काउंसिलिंग से वापस किया जा रहा है।
एक अभ्यर्थी ने तो पुलिस बुलाने तक की धमकी दे डाली। इससे हड़कंप मच गया। कुछ देर के लिए काउंसिलिंग रोक दी गई। बाद में बीएसए स्वयं उठकर काउंसलिंग स्थल पहुंचे। उनके सामने भी कई अभ्यर्थियों ने नाराजगी जताई। बीएसए ने उनको किसी तरह शांत कराया और उन्हें बताया कि कई जिलों से आवेदन करने वालों को काउंसिलिंग में अभी हिस्सा नहीं दिया जाएगा। ऐसे लोग आदेश का इंतजार करें। उन्होंने बताया कि सचिव स्तर से आदेश जारी हुए हैं कि जिन अभ्यर्थियों ने एक ही जगह से आवेदन किया है और उनके नाम कई जगह हैं। यह मामला साइबर क्राइम का है। अभ्यर्थी साइबर क्राइम की रिपोर्ट दर्ज कराकर उसकी छाया प्रति काउंसिलिंग के समय आवेदन में लगाएं। उसके बाद आगे की प्रक्रिया होगी।