राज्य मुख्यालय। सरकारी प्राइमरी स्कूलों में 16,448 शिक्षक भर्ती शुरू
होने की घोषणा के साथ ही विरोध के सुर मुखर होने लगे है। शिक्षामित्र पहले
ही विरोध जता चुके हैं। वहीं बीटीसी 2013 के अभ्यर्थी भी विरोध की तैयारी
में हैं।
ऐसा इसलिए कि इस भर्ती में शासनादेश जारी होने की तिथि के दिन न्यूनतम शैक्षिक योग्यता पूरी होनी चाहिए यानी 16 जून, 2016 को बीटीसी व टीईटी की अर्हता बेसिक शिक्षा ऑर्ग होनी चाहिए। बीटीसी 2013 का रिजल्ट जुलाई में निकलना है। इस बैच के ज्यादातर अभ्यर्थी 2015 की अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) दे चुके हैं। लिहाजा उन्हें इन भर्तियों का इंतजार है। इस बैच में लगभग 28 हजार अभ्यर्थी हैं। लेकिन उन्हें शासनादेश के मुताबिक आवेदन का मौका नहीं मिलेगा।
ऐसे में ये अभ्यर्थी भर्तियों में शामिल होने की मांग को लेकर सरकार पर दबाव बनाएंगे। इससे पहले भी बीटीसी 2012 के अभ्यर्थियों ने सरकार पर बेसिक शिक्षा ऑर्ग दबाव बना कर 15 हजार शिक्षक भर्ती में अपनी जगह बनाई थी। इस भर्ती में कई महीनों तक आवेदन लिए गए थे।
वहीं शिक्षामित्र पहले ही कह चुके हैं कि यदि इन पदों पर भर्ती हुई तो वे आत्महत्या करने को मजबूर होंगे। ये पद शिक्षामित्रों के समायोजन में पद कम पड़ने पर सृजित किए गए थे जिसमें से 3500 पदों पर उर्दू शिक्षकों की भर्ती हो चुकी है। आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही ने ऐलान किया है कि ये पद शिक्षामित्रों के लिए सृजित किए गए थे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला बेसिक शिक्षा ऑर्ग आने तक ये पद सुरक्षित रखे जाने चाहिए। हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे। यदि सरकार नहीं मानी तो हम सड़कों पर उतरेंगे।
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ऐसा इसलिए कि इस भर्ती में शासनादेश जारी होने की तिथि के दिन न्यूनतम शैक्षिक योग्यता पूरी होनी चाहिए यानी 16 जून, 2016 को बीटीसी व टीईटी की अर्हता बेसिक शिक्षा ऑर्ग होनी चाहिए। बीटीसी 2013 का रिजल्ट जुलाई में निकलना है। इस बैच के ज्यादातर अभ्यर्थी 2015 की अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) दे चुके हैं। लिहाजा उन्हें इन भर्तियों का इंतजार है। इस बैच में लगभग 28 हजार अभ्यर्थी हैं। लेकिन उन्हें शासनादेश के मुताबिक आवेदन का मौका नहीं मिलेगा।
ऐसे में ये अभ्यर्थी भर्तियों में शामिल होने की मांग को लेकर सरकार पर दबाव बनाएंगे। इससे पहले भी बीटीसी 2012 के अभ्यर्थियों ने सरकार पर बेसिक शिक्षा ऑर्ग दबाव बना कर 15 हजार शिक्षक भर्ती में अपनी जगह बनाई थी। इस भर्ती में कई महीनों तक आवेदन लिए गए थे।
वहीं शिक्षामित्र पहले ही कह चुके हैं कि यदि इन पदों पर भर्ती हुई तो वे आत्महत्या करने को मजबूर होंगे। ये पद शिक्षामित्रों के समायोजन में पद कम पड़ने पर सृजित किए गए थे जिसमें से 3500 पदों पर उर्दू शिक्षकों की भर्ती हो चुकी है। आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही ने ऐलान किया है कि ये पद शिक्षामित्रों के लिए सृजित किए गए थे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला बेसिक शिक्षा ऑर्ग आने तक ये पद सुरक्षित रखे जाने चाहिए। हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे। यदि सरकार नहीं मानी तो हम सड़कों पर उतरेंगे।
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