फर्जी अभिलेखों के सहारे नौकरी पाने वाले तीन शिक्षकों को बर्खास्तगी नोटिस

फर्जी अभिलेखों के सहारे बेसिक शिक्षा विभगा में नौकरी पाने वाले तीन उर्दू शिक्षकों के खिलाफ कड़ा रूख अख्तियार किया है। सत्यापन के दौरान मामले का खुलासा होने पर बीएसए जीएस निरंजन ने बर्खास्तगी की नोटिस जारी कर दिया है। सभी को सप्ताह भर में साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा गया है।

इस दौरान शैक्षणिक साक्ष्य नहीं प्रस्तुत करने पर सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। तीन शिक्षकों की तैनाती डीह ब्लॉक क्षेत्र के अलग-अलग विद्यालयों में है। जिला स्तर पर उर्दू शिक्षकाें की भर्ती हुई थी। इन शिक्षकों ने भी काउंसलिंग में हिस्सा लिया था।
इसमें डीह विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय पूरे चांई में सहायक अध्यापक उर्दू शिक्षक संदीप कुमार पांडेय, प्राथमिक विद्यालय बछवल खुर्द में देवेंद्र कुमार और प्राथमिक विद्यालय दुर्गापुर में सलाउदीन को फरवरी 2016 में नियुक्ति पत्र दिया गया था। उर्दू शिक्षकों के पद ज्वॉइन करने के बाद वेतन के लिए सभी के प्रमाणपत्रों की सत्यापन कराया गया।

इसमें प्रमाणपत्र संबंधित यूनिर्वसिटी भेजे गए। जामियां उर्दू अलीगढ़ यूनिर्वसिटी ने परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापक उर्दू के पद पर नियुक्ति संदीप कुमार पांडेय, देवेंद्र कुमार और सलाउद्दीन के प्रमाण पत्र फर्जी मिले। यूनिवर्सिटी की ओर से प्रमाण पत्रों के क्रमांक भी गलत बताया गया।

डीह खंड शिक्षा अधिकारी हौसिला प्रसाद ने तीनों शिक्षकों की रिपोर्ट तैयार कर कार्रवाई के लिए बीएसए कार्यालय में भेज दिया। इसके आधार में पूर्व में एक नोटिस भी जारी की गई। नोटिस का जवाब न मिला। इस बार बीएसए ने बर्खास्तगी का नोटिस दिया है।
बीएसए जीएस निरंजन का कहना है कि फर्जी प्रमाणपत्राें के सहारे नौकरी लेने वाले शिक्षकाें को सेवा बर्खास्तगी की नोटिस जारी की गई है। यह एक गंभीर मामला है। सभी को एक सप्ताह में साक्ष्य प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। तीनों उर्दू शिक्षकों की ओर से जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। इसमें विभागीय और कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
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