चुनाव से पहले टीईटी एग्जाम करवाने की तैयारी

लखनऊ. यूपी में डेढ़ लाख से ज्यादा शिक्षामित्रों को सहायक शिक्षक के रूप में समायोजित करने के की वैधता के मामला अभी लटका हुआ है। वहीं दूसरी ओर सरकार की ओर से 2016 की शिक्षक पात्रता परीक्षा विधानसभा चुनाव की अधिसूचना से पहले कराने की तैयारी है।
दिसम्बर में परीक्षा कराए जाने का प्रस्ताव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से भेजा जा चुका है। दो हफ्ते में तस्वीर साफ हो जाएगी की परीक्षा दिसम्बर में होगी या फिर विधानसभा चुनाव के बाद।


बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए टीईटी या सीटीईटी अनिवार्य है।
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की गाइडलाइन के अनुसार साल में दो बार परीक्षा होनी चाहिए। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से सीटीईटी साल में दो बार नियमित हो रही है। लेकिन उत्तर प्रदेश में साल में एक बार परीक्षा का आयोजन बड़ी बात है। पिछले साल 2015 में एक बार भी परीक्षा नहीं हुई।


2015 की परीक्षा दो फरवरी 2016 को कराई गई जिसका रिजल्ट 28 मार्च को घोषित किया गया। लेकिन पांच महीना बीतने के बावजूद अब तक टीईटी-15 में सफल तकरीबन 1.46 लाख अभ्यर्थियों को सर्टिफिकेट नहीं मिल सके हैं। इस बीच विधानसभा चुनाव की बढ़ती सरगर्मी को देखते हुए टीईटी का प्रस्ताव भेज दिया गया है। क्योंकि परीक्षा से दो महीने पहले तैयारियां शुरू करनी पड़ेगी।
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