बीएड की डिग्री मिली फर्जी, शिक्षक बर्खास्त, बेसिक शिक्षा विभाग में कर रहा था नौकरी

बेसिक शिक्षा विभाग में बीएड की फर्जी डिग्री लगाकर एक युवक ने शिक्षक की नौकरी हासिल कर ली। विभाग की ओर से उसके शैक्षिक प्रमाणपत्र का सत्यापन कराया गया तो इसका खुलासा हुआ।
इस पर बेसिक शिक्षा विभाग ने अब तक उसे दो बार नोटिस भी जारी किया, लेकिन वह हाजिर नहीं हुआ। अब उसे बर्खास्त कर दिया गया।
शासन के निर्देश पर परिषदीय स्कूलों में 15 हजार सहायक अध्यापक भर्ती के तहत अभ्यर्थियों से आवेदन मांगा गया था। मेरिट के आधार पर चयनित शिक्षकों को 28 जून को नियुक्ति पत्र जारी किया गया। इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से चयनित शिक्षकों का शैक्षिक प्रमाण पत्र सत्यापन कराने के लिए संबंधित विश्वविद्यालय व बोर्ड को भेजा गया था। सत्यापन रिपोर्ट आई तो कौशाम्बी जनपद के सिराथू निवासी व जिले के रामपुर संग्रामगढ़ के प्राथमिक विद्यालय विरसिंहपुर में तैनात अरविंद कुमार पुत्र अमरनाथ की बीएड की डिग्री जाली पाई गई। अरविंद ने बुन्देलखंड विश्वविद्यालय की बीएड डिग्री लगाई थी। विश्वविद्यालय से जो सत्यापन प्राप्त हुआ तो उसमें साफ दर्शाया गया कि इस नम्बर पर कोई प्रमाणपत्र जारी ही नहीं हुआ। बेसिक शिक्षा विभाग ने नवम्बर और दिसंबर में अब तक दो नोटिस जारी कर उसे कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया, लेकिन आज तक वह नहीं आया। इस पर बीएसए ने उसे सहायक अध्यापक पद से बर्खास्त कर दिया।
जिले में पहले भी मिले हैं फर्जी डिग्री के शिक्षक
प्रतापगढ़। बेसिक शिक्षा विभाग में अब तक आधा दर्जन से अधिक शिक्षक फर्जी मिले हैं जिन्होंने जाली डिग्री लगाकर नौकरी हासिल कर ली। विभागीय सत्यापन में ऐसे शिक्षकों की पोल खुल गई और संबंधित के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जा चुकी है।
इनका कहना है--
सहायक अध्यापक की बीएड् की डिग्री फर्जी पाई गई। इस पर उसे अपना पक्ष रखने के लिए दो- नोटिस भी जारी की गई। लेकिन अभी तक वह कार्यालय में उपस्थिति नहीं हुआ। इस पर उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है।
भूपेंद्र नारायण सिंह, बीएसए
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